जानिए,क्यों नहीं मनाई जाती अब लालू जी के यहां छठ
एक वक्त था जब लोक आस्था का महापर्व छठ कभी लालू-राबड़ी आवास में बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाया जाता था। पूरा लालू परिवार छठ की तैयारी में दिवाली के बाद से ही लग जाया करता था। सभी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को घर बुलाकर प्रसाद खिलाया जाता था। लालू का पूरा परिवार एक छत के नीचे हर्षोउल्लास से छठ के सभी रस्म निभाते थे। सत्ता में नहीं रहने के बावजूद लालू छठ में सभी राजनीतिक बैर भूलकर अपने घर के द्वार खोल दिया करते थे।
पिछले तीन सालों में उनके घर में छठ पूजा का आयोजन नहीं किया जा रहा है। इसका कारण लालू परिवार पर एक साथ टूटी मुसीबतें बताया जाता रहा है। आखिरी बार वर्ष 2017 में लालू आवास पर छठ पूजा की गई थी। लेकिन 2018 में लालू यादव का जेल जाना और बेटे तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव में मतभेद की खबरें और शादी के बाद तेजप्रताप और ऐश्वर्या राय के बीच तलाक की जिद भी छठ पर्व न मनाने की बड़ी वजह बनी। वहीं 2019 में भी लालू यादव के परिवार के लिए खुशियों ने अपना दामन नहीं थामने दिया। इस कारण राबड़ी देवी ने उस वर्ष भी छठ नहीं मनाया।
वहीं इस वर्ष राबड़ी देवी के दोनों बेटे तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव ने विधानसभा चुनाव जीत लिया पर पूरे घर को उम्मीद थी कि तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। इन सब से बड़ी बात यह कि लालू प्रसाद घर पर नहीं हैं। घर के लोगों को इंतजार था कि 6 नवंबर को लालू प्रसाद को जमानत मिल जाएगी पर नहीं मिली। साथ ही राबड़ी देवी के आवास पर अभी उनकी बेटी मीसा, रागिनी, दुर्गा और धन्नो हैं, लेकिन कोई भी बेटी छठ नहीं कर रही है। राबड़ी देवी का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। साथ ही घर में उल्लास नहीं है।
भले ही इस वर्ष छठ के मौके पर लालू आवास पर सन्नाटा पसरा हो, लेकिन लालू यादव के छोटे बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लोगों को छठ की बधाई दी है। और लालू के चाहने वालों को उम्मीद है कि आने वाले वर्ष में लालू यादव के मौजूदगी में पहले की ही तरह धूमधाम से छठ का आयोजन किया जाएगा।