दो किसान संगठनों ने खत्म किया आंदोलन
किसानों के ट्रैक्टर मार्च में हुई हिंसा के बाद अब दिल्ली समेत एनसीआर में पुलिस अलर्ट पर है। लाल किले को खाली करवा लिया गया है। 300 पुलिसवालों के घायल होने के बाद दिल्ली पुलिस ने अब तक 22 से ज्यादा FIR दर्ज की हैं। दिल्ली के सीमाओं के सटे इलाकों में इंटरनेट सेवा पर शाम 5 बजे तक के लिए इंटरनेट पर रोक लगा दी गई थी। हरियाणा में भी यह पाबंदी लागू है।
इस बीच गृह मंत्री अमित शाह भी दिल्ली के पुलिस कमिश्नर और आईबी चीफ के साथ बैठक कर रहे हैं। माना जा रहा है कि बैठक में उपद्रवियों से निपटने की रणनीति तैयार हो सकती है। इधर कृषि कानूनों के विरोध में अभय सिंह चौटाला ने हरियाणा विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के किसान नेता वीएम सिंह ने कहा कि हम अपना आंदोलन यहीं वापस ले रहे हैं। वीएम. सिंह ने कहा कि हिन्दुस्तान का झंडा, गरिमा, मर्यादा सबकी है। उस मर्यादा को अगर भंग किया है, भंग करने वाले गलत हैं और जिन्होंने भंग करने दिया वो भी गलत हैं।
एक और बड़ी खबर सामने आई है। भारतीय किसान यूनियन भी किसान आंदोलन से अलग हुआ। किसान नेता भानु प्रताप सिंह ने कहा है कि दिल्ली में कल जो हुआ उससे आहत हूं। लालकिला की घटना से परेशान हूं इसलिए धरना खत्म कर रहा हूं। इधर कांग्रेस ने गृहमंत्री अमित शाह पर हिंसा का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि किसान आंदोलन की आड़ में हुई हिंसा के लिए सीधे-सीधे गृह मंत्री अमित शाह जिम्मेदारी हैं। उन्हें एक पल भी अपने पद पर बने रहने का अधिकार नहीं हैं।