पैंगोंग लेक से अब उल्टे पैर लौट रही चीनी सेना : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
संसद के बजट सत्र के दौरान राज्यसभा की कार्यवाही जारी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को राज्यसभा में पूर्वी लद्दाख में हालिया स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हमारे सुरक्षा बलों ने साबित कर दिया है कि वे देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच डिसइंगेजमेंट पर सहमति बन गई है। पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी तट पर दोनों सेनाएं फॉरवर्ड सैनिकों को पीछे करेंगे। चीन जहां उत्तरी तट पर फिंगर 8 के पूर्व में जाएगा, वहीं भारतीय फिंगर 3 के पास स्थित मेजर धान सिंह थापा पोस्ट (परमानेंट बेस) पर रहेगी। सिंह ने कहा कि पैंगोंग झील में डिसइंगेजमेंट पूरा होने के बाद, दोनों सेनाओं के बीच फिर बात होगी।
राजनाथ ने कहा की पूर्वी लद्दाख में LAC के पास कई अंश क्षेत्र बने हैं। चीन ने एलएसी और पास के इलाके में अपनी तरफ से भारी बल और हथियार और गोला-बारूद इकट्ठा कर लिया है। हमारे बलों ने भी पर्याप्त और प्रभावी ढंग से काउंटर पर तैनाती की है। उन्होंने कहा कि एलएसी पर तैनाती के कुछ मुद्दों को अभी तक सुलझाया नहीं जा सका है। दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि जल्द से जल्द पूरी डिसएंगेजमेंट हो जाएगी।