बदायूं गैंगरेप-मर्डर : मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के बदायूं में महिला से गैंगरेप और हत्या के मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। वह दो दिन से फरार चल रहा था। डीएम कुमार प्रशांत ने गुरुवार आधी रात को मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी सत्यनारायण एक गांव में अपने अनुयाई के घर में छिपा हुआ था, जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। आरपी से से पूछताछ की जा रही है।
मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसटीएफ को आदेश दिया था। जिला पुलिस के साथ एसटीएफ को भी मामले की जांच के आदेश दिए गए थे। आरोपियों पर NSA के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिए गए थे। जानकारी के मुताबिक, महंत घटनास्थल वाले घांव में ही छिपा हुआ था। पुलिस की मानें तो वह गांव से निकलने की तैयारी में लगा था। इसी दौरान ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।
बदायूं के उघैती थाना क्षेत्र तीन जनवरी की रात 50 वर्षीय आंगनबाड़ी सहायिका की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला के साथ निर्भया जैसी दरिंदगी का सबूत मिला था। गुप्तांग में रॉड जैसी कोई चीज डालने का मामला सामने आया था। उसकी बाईं पसली, बायां पैर और बायां फेफड़ा भी वजनदार प्रहार से क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। महिला के प्राइवेट पार्ट में गंभीर घाव थे। काफी खून भी निकल गया था।
रिपोर्ट में कोई लोहे की रॉड या सब्बल गुप्तांग में ठूंसे जाने की बात भी सामने आई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट देख अफसर हैरत में थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद उघैती पुलिस ने धर्मस्थल के महंत सत्यनारायण दास, उसके सहयोगी वेदराम व यशपाल के खिलाफ दुष्कर्म और हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। वेदराम व यशपाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। जांच में पता चला कि पुलिस ने पहले मामले को गंभीरता से नहीं लिया। गुरुवार की सुबह आईजी के निर्देश पर इस पूरे मामले में लापरवाह इंस्पेक्टर उघैती रहे राघवेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ धारा 166 ए के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। इंस्पेक्टर की लापरवाही सामने आई है। उसे पहले सस्पेंड किया जा चुका है। आरोपी के खिलाफ विभागीय जांच भी कराई जायेगी।