बिहार के सीएम और डिप्टी सीएम कैसे मनाते हैं छठ
लोकआस्था का महापर्व छठ सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि देश और विदेशों में काफी धूमधाम से मनाया जाता है। चार दिनों तक चलने वाले इस इस पर्व में न सिर्फ सामाजिक बंधन टूटते हैं बल्कि सभी धर्मों के इसमें पुरे श्रद्धा भाव से सहयोग करते हैं। अमीर -गरीब के बीच के अंतर को पाटने वाला यह अब हर घर में मनाया जाने लगा है। हालांकि कोरोना काल के इस युग में इसकी चमक थोड़ी फीकी ज़रूर हुई है। प्रशासन और लोग एहतियात भी बरत रहे है। वहीं बिहार में अभी ही खत्म हुए विधानसभा चुनाव के बाद और नयी सरकार के गठन के बाद छठ का उल्लास और तेज़ हो गया है।
खासकर सातवीं बार मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार के छठ दोगुनी ख़ुशी लेकर आया है। पिछले कई सालों से सरकारी आवास में उनकी बहन छठ करती आयीं हैं इस वर्ष भी छठ काफी धूम-धाम से मनाया जा रहा है। नीतीश कुमार ने भी अपने घर में आज अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया साथ ही ईश्वर से राज्य एवं देशवासियों की सुख शांति एवं समृद्धि के लिए प्रार्थना की।
वहीँ पहली बार उपमुख्यमंत्री बने तारकिशोर प्रसाद ने कटिहार शहर के बीएमपी छठ घाट पर अस्ताचल को जाते भगवान भास्कर की उपासना कर अर्घ्य दिया। अस्ताचलगामी सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित कर भगवान भास्कर की उपासना की और संध्या कोशी पूजन किया एवं सभी बिहारवासियों के लिए भगवान भास्कर से कल्याण की कामना की।
उपमुख्यमंत्री रेणु देवी अपने पैतृक आवास बेतिया में छठ पूजा कर रही हैं। रेणु देवी ने छठ महापर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छठ पूजा को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए। छठ पूजा करने वालों को सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने-अपने घरों में छठ पूजा करनी चाहिए।