मानसून सत्र के पहले दिन ही 30 सांसद कोरोना पॉजिटिव
देश (India) में बढ़ते कोरोना (Corona) संकट के बीच सोमवार से संसद का मानसून सत्र (monsoon session) शुरू हो गया है। 18 दिवसीय मॉनसून सत्र एक अक्टूबर तक चलेगा। संसद (Parliament) के हर सदन में प्रतिदिन चार घंटे के सत्र होंगे। राज्य सभा (Rajya Sabha) का सत्र सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक और लोकसभा का सत्र (Lok Sabha session) दोपहर 3 तीन बजे से शाम 7 बजे तक चलेगा। बता दें कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए संसद शुरू होने से पहले सभी सांसदों की कोरोना जांच (Corona Test) करायी गयी है।
इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल संसद के सोमवार से शुरू हुए मानसून सत्र में शामिल होने के लिए की गई कोविड-19 जांच में करीब 30 सांसद और संसद के 50 से अधिक कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। सूत्रो ने सोमवार को यह जानकारी दी। कोरोना पॉजिटिव पाए जाने वाले सांसदों में मीनाक्षी लेखी, अनंत कुमार हेगड़े, हनुमान बेनीवाल, जामयांग शेरिंग नामग्याल और परवेश साहिब सिंह शामिल हैं।
लोकसभा में सबसे ज्यादा भाजपा के 12 सांसद कोरोना संक्रमित हैं, जबकि वाईएसआर कांग्रेस के दो और द्रमुक, शिवसेना और आरएलपी के एक-एक सांसद कोरोना संक्रमित हैं। अन्य जो कोरोना संक्रमित निकले हैं, उनमें प्रताप राव जाधव, जनार्दन सिंह, सुखबीर सिंह, हनुमान बेनीवाल, सुकांता मजूमदार, गोदेती माधवी, बिद्युत बरन, प्रदन बरुआ, एन. रेडदेप्पा, सेल्वम जी, प्रताप राव पाटिल, राम शंकर कठेरिया, सत्यपाल सिंह और रोडमल नागर शामिल हैं।
सूत्रों के मुताबिक संसद भवन परिसर में 12 सितंबर तक जितने लोगों के सैम्पल लिए गए थे, उनमें 56 लोगों के सैम्पल पॉजिटिव पाए गए हैं। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संचालक बेनीवाल की पहले जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन आईसीएमआर की ओर से कराई जांच में वह पॉजिटिव पाए गए हैं। आईसीएमआर ने बताया कि सांसदों व अन्य अधिकारियों पर 2500 से ज्यादा टेस्ट किए गए।
सोमवार से मानसून सत्र लोकसभा और राज्यसभा में अलग-अलग बदलावों के साथ शुरू हुआ। इसमें बैठने की व्यवस्था और महामारी के मद्देनजर सख्त स्वास्थ्य नियम थे। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को राज्यसभा के पहले दिन साढ़े तीन सौ सांसदों ने भाग लिया। मंत्रियों को उनकी उपस्थिति को चिह्नित करने की आवश्यकता नहीं है।
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इसी के मद्देनजर सांसदों के हाजिरी लगाने की भी अलग व्यवस्था की गई थी। हाजिरी के लिए मोबाइल ऐप का सहारा लिया गया। हालांकि इस क्रम में कई सांसदों को दिक्कतें भई आईं। सदन परिसर में एक सांसद दूसरे को हाजिरी लगाने में मदद करते हुए दिखे।