किस देश में गांजा essential service में आता है?
जरूरी वो है जिसके बगैर हम रह नहीं सकते…यानी दवा और अनाज
लेकिन क्या दुनिया के सभी देशों में जरूरी का मतलब अनाज और दवा ही है।
कुछ चीजें समान हैं। दुनिय़ा भर में हेल्थ सर्विस, कानून व्यवस्था, अनाज, संचार और मीडिया को लॉक डाउन से बाहर रखा गया है।
फिर भी कोरोना ने जरूरी की नई परिभाषा दी है। कौन सी दुकान और सेवाओं को खुला रखा जाए ये जरूरत से ज्यादा इस पर निर्भर करता है कि आप अभी किस देश में रह रहे हैं? कहीं पर ये देश की पहचान से जुड़ा है तो कहीं लॉबी के दबाव से।
अमेरिका में जरूरी है गोल्फ, गांजा और गन
अमेरिका में कोरोना संकट के वक्त जिन चीजों को जरूरी माना गया है उनमें गोल्फ, गांजा और गन शामिल हैं।
भारत और अमेरिका जैसे देशों में इफोटेक सेक्टर जरूरी सेवा में शामिल है, लेकिन दुनिया के ज्यादातर देशों में इसे ये दर्जा हासिल नहीं हुआ है।
अमेरिका के कई शहरों जैसे कैलिफोर्निया और वाशिंगटन में मारिजुआना, इसके पॉट शॉप्स , इस धंधे में लगे लोग और इसका सप्लाई चेन जरूरी सेवा में शामिल है।
अमेरिका के कनेक्टिकट के गवर्नर नेड लेमों ने जब बंदूक की दुकानों को अनिवार्य सेवा में शामिल किया तो कई लोगों ने इस पर नाराजगी जताई, लेकिन उनकी दलील ये है कि हम ऐसे मुश्किल वक्त में किसी व्यापार और उससे जुड़े लोगों के कानूनी हक़ की अनदेखी नहीं कर सकते। कनेक्टिकट वो राज्य है जहां 2012 में एक सरफिरे ने सैंडी हॉक स्कूल में अंधाधुंध गोली चला कर 26 लोगों की जान ले ली थी। टेक्सास और पेन्सिलवेनिया में भी बंदूक की दुकानें खुली हैं।
अमेरिका के एरीजोना में गवर्नर डग डूसी के आदेश से गोल्फ को जरुरी सेवा करार दिया गया। इसी तरह कैलिफोर्निया में कंस्ट्रक्शन को लॉक डाउन से अलग कर इसेंसियल सर्विस करार दिया गया। न्यू मेक्सिको समेत कई राज्यों ने शराब को इसेंसियल सर्विस में रखा। अल्कोहल पीने से हुई मौतों के मामले में न्यू मेक्सिको अमेरिका में सबसे ऊपर है। अमेरिका में न्यू हैंपशायर के गवर्नर क्रिस से पूछा गया कि फ्लावर शॉप्स को आप इसेंसियल कैसे मान सकते हैं ? क्रिस सुनुनु का जवाब सुनने लायक है। उन्होंने कहा – फ्यूनरल सर्विस के लिए।
यूरोप में शराब है जरूरी
यूरोप में सबसे सख्त लॉक डाउन इटली और स्पेन में है। यहां भारत की तरह किराना और दवा दुकानों को ही खोले रखने की इजाजत है। यूरोप के ज्यादातर देशों में रेस्टोरेंट बंद हैं, लेकिन क्योंकि घर के बाहर का खाना यहां कल्चर में शामिल है, लिहाजा ब्रिटेन में टेक होम वाली सेवा चल रही है। फ्रांस में पैस्ट्री, वाइन और चीज की दुकानें एक कानून के तहत अनिवार्य सेवा मान ली गई हैं, लिहाजा समूचे यूरोप में सिर्फ फ्रांस में ये दुकानें पहले की तरह ही खुली हुई हैं।
यूरोप के ज्यादातर देशों में शराब जरूरी चीजों में शामिल है। ब्रिटेन में शुरू में लिकर को जरुरी नहीं माना गया था। नतीजा ये हुआ कि तमाम सुपर मार्केट में बीयर, वाइन और इस तरह की दूसरी चीजें फौरन शेल्फ से गायब हो गईं। इससे सबक लेकर सरकार ने शराब को फिर से जरूरी चीजों में शामिल कर लिया। जर्मनी में शराब इतनी जरूरी है कि कोरोना से लोग न घबराएं, इसके लिए चांसलर मर्केल ने सकून से एक वीडियो बनवाया जिसमें दिखाया गया कि वो सुपरमार्केट से राशन के साथ वाइन की कुछ बोतलें भी खरीद रही हैं।
हमारे यहां कई राज्यों में शराब और तंबाकू वाली चीजें जैसे सिगरेट, गुटखे पर प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन अब राज्य में शराब की दुकान खोलने की मांग पंजाब के कांग्रेसी सीएम अमरिंदर सिंह ने की है। शराब के ठेके खोलने की मांग और राज्यों से आने की संभावना है, क्योंकि जीएसटी वाली टैक्स व्यवस्था में शराब ही राज्य सरकारों के पास आय का सबसे बड़ा जरिया है।
प्रार्थना और प्रदर्शन का देश इजरायल
इजरायल में दो चीजें खास हैं, प्रार्थना और प्रदर्शन। लिहाजा दो मीटर की दूरी पर दस लोगों के समूह को आउटडोर प्रेयर की इजाजत है। इसके अलावा वहां विरोध प्रदर्शन की दो सबसे पसंदीदा जगह… संसद और सुप्रीम कोर्ट के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ प्रदर्शन की भी इजजत है।
चीन में जरूरी वही जो अलीबाबा को भाए
चीन में लॉकडाउन के दौरान जो एक बात भारत से अलग रही वो ये कि वहां सुपरमार्केट्स और ऑनलाइन शापिंग कंपनीज को पूरी तरह इसेन्सियल सर्विस में रखा गया।
हमारे यहां ट्रकों को लॉक डाउन में रोक दिया गया और 20 अप्रैल से कुछ खास सामानों को लेकर जाने की इजाजत दी गई, जबकि चीन में शुरू से ही ट्रकों को लॉक डाउन से मुक्त रखा गया और खाना, मेडिकल सप्लाई ले जाने वाले ड्राइवरों को हीरो की तरह सलामी दी गई।