पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर उतरा AN-32 विमान, गरुण कमांडों ने दिखाया अपना दम
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पीएम नरेंद्र मोदी अब से कुछ समय पहले सुल्तानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हरक्यूलिस विमान से उतरे.पूर्वांचल एक्सप्रेस वे उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है.
लखनऊ से गाजीपुर को जोड़ने वाला लगभग 341 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे है. इसका निर्माण करीब 22500 हजार करोड़ रुपए की लागत से किया गया है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2018 में इसकी आधारशिला रखी थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, UP में हमने लंबा दौर, ऐसी सरकारों का देखा जिन्होंने कनेक्टिविटी की चिंता किए बिना ही औद्योगीकरण के सपने दिखाए। परिणाम ये हुआ कि ज़रूरी सुविधाओं के अभाव में यहां लगे अनेक कारखानों में ताले लग गए। ये भी दुर्भाग्य रहा कि दिल्ली और लखनऊ, दोनों ही जगह परिवारवादियों का ही दबदबा रहा.
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में जब मुझे सेवा का मौका दिया तो मैंने यहां के सांसद के नाते, प्रधानसेवक के नाते, मैंने उसकी बारीकियों में जाना शुरू किया. गरीबों को पक्के घर मिले, गरीबों के घर में शौचालय हो, महिलाओं को खुले में शौच के लिए बाहर न जाना पड़े, सबके घर में बिजली हो, ऐसे कितने ही काम थे, जो यहां किए जाने जरूरी थे. लेकिन मुझे बहुत पीड़ा है कि तब यूपी में जो सरकार थी, उसने मेरा साथ नहीं दिया. इतना ही नहीं, सार्वजनिक रूप से मेरे बगल में खड़े होने में भी, उन्हें वोट बैंक नाराज होने से डर लगता था. उनको इतनी शर्म आती थी क्योंकि काम का हिसाब देने के लिए उनके पास कुछ था ही नहीं. मुझे मालूम था कि जिस तरह तब की सरकार ने, योगीजी के आने से पहले वाली सरकार ने, यूपी के लोगों के साथ नाइंसाफी की, जिस तरह विकास में भेदभाव किया, जिस तरह सिर्फ अपने परिवार का हित साधा, यूपी के लोग ऐसा करने वालों को हमेशा के लिए यूपी के विकास के रास्ते से हटा देंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, तीन साल पहले जब मैंने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया था तब मैंने नहीं सोचा कि इस एक्सप्रेसवे पर ही मैं विमान से उतरूंगा.
गाजीपुर से दिल्ली होगी पास, खेती-किसानी के लिए कारोबार के नए रास्ते खुलेंगे –
- गाजीपुर से दिल्ली पहुंचने में 10 घंटे लगेंगे.
- राजधानी से पूर्वांचल के आखिरी छोर तक सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी.
- पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से खेती-किसानी के लिए कारोबार के नए रास्ते खुलेंगे.
- सब्जी और दुग्ध व्यवसाय को एक्सप्रेस वे से फायदा होगा.
- गाजीपुर से बिहार को जोड़ने के प्रस्ताव पर भी काम चल रहा है.
- फिलहाल लोगों को टोल टैक्स नहीं देना पड़ेगा.
- वाहनों की गति सीमा 100 किमी प्रति घंटा निर्धारित की गई है
क्या है पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की खासियत –
एक अनुमान के मुताबिक, 341 किलोमीटर के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का सफर तय करने में करीब 4 घंटे का वक्त लगेगा. इस एक्सप्रेस-वे से सरकार को टोल से 202 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा. फिलहाल लोगों को टोल टैक्स नहीं देना पड़ेगा. यानी अभी कुछ दिन यह सफर मुफ्त रहेगा. लेकिन बाद में टोल टैक्स वसूलने का काम निजी कंपनी को दिया जाएगा. यह कंपनी जल्द प्रति किमी के हिसाब से टोल की दरें तय करेगी और इसके बाद टोल बूथ पर टोल लगेगा. माना जा रहा है कि इसकी दरें लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे की दरों के आसपास ही रखी जाएगी.
AN-32 aircraft landed on Purvanchal Expressway, Garun commandos showed their mettle