क्या आप मोबाइल डाटा के लिए 16 गुनी ज्यादा कीमत देने को तैयार हैं?
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मोबाइल आज न शौक रहा न आदत, ये एक लत है, नशा है… सवाल है डाटा के शौकीन क्या अपने इस शौक के लिए 16 गुनी ज्यादा कीमत चुकाने को तैयार हैं?
28 दिन के लिए प्रीपेड रिचार्ज की मौजूदा दर
टेलीकॉम कंपनी | शुल्क | डाटा | 1GB डाटा की कीमत |
Vodafone | 249 | 1.5GB/Day | 5.9 रु |
Airtel | 249 | 1.5GB/Day | 5.9 रु |
Jio | 199 | 1.5GB/Day | 4.73 रु |
सोशल डिस्टेन्सिंग के इस दौर में नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम, ZEE5 जैसे OTT प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल बढ़ा है। टिकटॉक जैसे दूसरे एप ( moj,riposo, chingari,vigo,like), यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप वाली ये नयी वर्चुअल दुनिया मोबाइल डाटा पर चलती है। अब खबर ये है कि मोबाइल डाटा महंगा होने वाला है। एयरटेल जो अभी 1GB डाटा के लिए प्रीपेड ग्राहकों से 5.9रुपये चार्ज करता है चाहता है कि ये कीमत 16 गुनी बढ़ कर ₹100/ GB हो जाए। एक बुक लांच के मौके पर एयरटेल के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने कहा –
“You either consume 1.6GB of capacity per month either at this price point (₹160) or you may prepare to pay a lot more. We are not wanting $50-60 like the US or Europe but certainly $2 for 16 GB per month is not sustainable,”
PTI के हवाले से आई खबर में कहा गया है कि एयरटेल चाहता है कि एयरटेल के मंथली बेस प्लान की कीमत ₹45 से बढ़ाकर ₹100 की जाए।
कितना होता है 1GB डाटा?
1GB डाटा का मतलब ये है कि अगर आपको गाने सुनने का शौक है तो करीब 100 गाने आप सुन सकते हैं। लेकिन अगर आप नेटफ्लिक्स देखना चाहते हैं तो 1GB डाटा में शायद आप एक घंटे तक ही वीडियो देख पाएंगे।
1GB डाटा की कीमत किस देश में कितनी ?
देश | 1GB डाटा की कीमत |
भारत | 5.9रु ie $0.12 |
US | $14.71 |
South Korea | $10.94 |
UK | $1.39 |
JAPAN | $3.91 |
CHINA | $0.61 |
स्रोत–https://www.cable.co.uk/mobiles/worldwide-data-pricing/
इस खबर के मायने क्या हैं?
ऐसा नहीं है कि सिर्फ एयरटेल डाटा की कीमत में इजाफा करेगा और बाकी कि कंपनियां पुरानी कीमत जारी रखेंगी। आशंका है कि एक बार एयरटेल ने कीमत में इजाफा किया तो जिओ और वोडाफोन भी ऐसा ही करेंगी।
भारत अकेला देश नहीं है, जहां मोबाइल डाटा की दरें बेहद सस्ती हैं।
5 देश जहां डाटा रेट सबसे कम है
भारत | $0.09 |
Israel | $0.11 |
Kyrgyzstan | $0.21), |
Italy | I$0.43 |
Ukraine | $0.46). |
Ericsson ने June 2020 की Mobility Report में कहा है कि प्रति व्यक्ति 12 GB मासिक डाटा यूज के साथ, मोबाइल डाटा इस्तेमाल करने वाले देशों में भारत नंबर वन है और अनुमान है कि पांच साल में ये दोगुना से ज्यादा हो सकता है।
The average traffic per smartphone is expected to increase to around 25 GB per month in 2025Patrik Cerwall, Head of Strategic Marketing Insights, Ericsson

सबसे ज्यादा मंथली मोबाइल डाटा यूज करने वाले देश
देश | मासिक मोबाइल डाटा का इस्तेमाल |
भारत | 12 GB |
China | 09 GB |
France | 07 GB |
Germany | 02 GB |
स्रोत– indian express
अब तक डाटा रेट हमारे यहां सस्ता जिओ की वजह से था। जिओ नई तकनीक लेकर आई। उसने मोबाइल के लिए ऐसी फ्रिक्वेंसी इस्तेमाल की जो बड़ी मात्रा में उपलब्ध थी और इस्तेमाल नहीं की जा रही थी। इस फ्रिक्वेंसी यानी स्पेक्ट्रम बैंड पर उसने वॉयस और डाटा को एक साथ इस्तेमाल किया, ये एक विचार था जो दूसरी किसी कंपनी के मालिक के दिमाग में कभी आया ही नहीं। नतीजा ये हुआ कि जिओ का ARPU -average revenue per user दूसरे टेलीकॉम कंपनियों से दोगुना ज्यादा $2 के करीब आ गया और वो भारत की सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली टेलीकॉम कंपनी बन गई। लेकिन अब जबकि जिओ ने ज्यादा ग्राहक जुटाने का अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है, उसे डाटा की बढ़ी कीमत से फायदा ही है नुकसान नहीं।

मतलब ये कि डाटा को महंगा होना ही था। जो इंडस्ट्री दुनिया भर में कम से कम 30% के मार्जिन पर काम करती है, वो भारत में इसकी चौथाई यानी 8-9% पर ज्यादा दिन तक नहीं चल सकती । BSNL की धीमी जहर वाली मौत से इसका रास्ता आसन हुआ है। अब जैसे एयरइंडिया के बिकने के बाद प्राइवेट एयरलाइन्स की टिकटें महंगी होने का अनुमान है, सरकारी बैंकों की बिक्री और ग्राहकों के लिए बैंकिंग सेवा के महंगे होने के बीच का जो रिश्ता है, वैसे ही BSNL के बाद वाली दुनिया पूरी तरह निजी आपरेटर्स की रहमो-करम वाली दुनिया होगी।