सेना ने की ट्रांसजेंडरों से बदसलूकी, उतरवाए कपड़े, ब्रेस्ट दबाया, कर रहे गंदी हरकतें!
कीव – रूस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू हुए एक महीने हो चुके हैं और युद्ध अनरवत जारी है. हमले में यूक्रेन पूरी तरह से तबाह हो चुका है और उसके लाखों लोग अपना घर छोड़कर दूसरे देशों में भागने को मजबूर हुए हैं. दूसरी ओर जंग को खत्म करने की कोशिशें जारी हैं लेकिन रूसी सेना की ओर से हमले जारी हैं, इस वजह से यूक्रेन के कई शहर मलबों का ढेर बन गए हैं.
जारी जंग के बीच यूक्रेन से भागने की कोशिश कर रहे ट्रांसजेंडरों के साथ दुर्व्यवहार की खबर सामने आयी है। इनका कहना है कि उन्हें बॉर्डर पार करने से रोका गया। ट्रांसजेंडर जूडिस ने रूस के साथ युद्ध के बीच यूक्रेन की सीमा पार करने के अपने संघर्ष को याद करते हुए कहा, ‘यूक्रेनी बॉर्डर गार्ड चेकिंग के दौरान आपके कपड़े उतरवाते हैं और आपको हर जगह छूते हैं।’ जूडिस ने बताया कि सीमा पार करते समय सैनिकों ने हमें गंदे तरीकों से छुआ। बालों को अजीब तरीके से खींच कर देखा गया कि कहीं किसी ने नकली बाल तो नहीं लगाया है। बॉर्डर के सैनिकों के देखने का तरीका इतना गलत था जैसे लग रहा था कि हम जानवर हैं या कुछ और। जूडिस ने बताया कि उनको यह बोल कर वापस भेज दिया गया कि वह एक आदमी है। वह किसी तरह अपने होम टाउन कीव पहुंचीं, जहां उनका घर पूरी तरीके से बर्बाद हो चुका था।
जूडिस ने बताया, ‘जैसे ही मैं राजधानी कीव के पास के एक गांव में पहुंची, मेरी दादी का का घर मिसाइल हमले में नष्ट हो गया था। मेरे वहां जाने के बाद, मेरे पास पैसे नहीं थे और मैं कीव के बाहरी इलाके में एक गांव में एक तहखाने में रही। मैं जिस घर में रह रही थी उससे लगभग 150 मीटर की दूरी पर एक रॉकेट हमला हुआ। उस दिन के बाद से मुझे बुरे सपने आते हैं कि उस बम ने मेरे चिथड़े उड़ा दिए।’
उस हमले के बाद से सीमा पर तैनात सैनिकों में से एक ने कहा, ‘तुम एक आदमी हो, तो यहां से निकल जाओ। तुम्हें मेरा आभारी होना चाहिए मैंने पुलिस को फोन नहीं किया। हालांकि, मेरे पास सभी वैध दस्तावेज थे, जो कि बताते हैं कि मैं एक महिला हूं।’ एलिस ने बताया, ‘वे हमें सीमा पार के पास एक बिल्डिंग में ले गए। वहां कमरे में तीन अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने हमें अपनी जैकेट उतारने को कहा। उन्होंने हमारे हाथों और बाहों की तलाशी ली, मेरी गर्दन को छूकर उन्होंने देखा कि क्या मेरे गले में लड़कों की तरह एडम्स एप्पल है। उन्होंने मेरे ब्रेस्ट को छूकर तलाशी ली। जांच करने के बाद, बॉर्डर गार्ड ने हमें बताया कि हम पुरुष हैं। हमने अपनी स्थिति समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने परवाह नहीं की।’
Army misbehaved with transgenders, took off clothes, pressed breasts, doing dirty acts!