Ukraine में फंसे भारतीय ध्यान दें! बड़े बैग न ले जाएं, रूसी भाषा में बोले, जानिए क्या करें और क्या न करें
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रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज नौवां दिन है। यूक्रेन पर रूसी सेना का हमला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच रूस की गोलाबारी में आज यूक्रेन की राजधानी में एक भारतीय छात्र को गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। न्यूज एजेंसी से बात करते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय के राज्य मंत्री (MoS) जनरल वीके सिंह ने गुरुवार को पोलैंड के रेज़ज़ो हवाई अड्डे पर इसकी जानकारी दी।
युद्धग्रस्त यूक्रेन के खारकीव में फंसे भारतीयों के लिए भारत के रक्षा मंत्रालय ने एडवायजरी जारी की है। ताकि छात्रों को वहां दिन गुजारने में आसानी हो। गुरुवार शाम जारी एडवायजरी में कहा गया है कि शहर में हालात और बिगड़ सकते हैं। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारतीयों या उनके समूह के पास एक सफेद झंडा या सफेद कपड़ा होना चाहिए। मंत्रालय ने फंसे छात्रों के लिए सूची जारी की है जिसमें बताया गया है छात्रों को क्या करना है और क्या नहीं?
यूक्रेन के खारकीव में फंसे छात्र क्या करें –
- मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मानसिक रूप से मजबूत रहें/घबराएं नहीं।
- साथ ही कहा भारतीयों या उनके समूह के पास एक सफेद झंडा या सफेद कपड़ा होना चाहिए।
- भोजन और पानी का संरक्षण करें और उन्हें एक-दूसरे से साझा करते रहें। लोगों को सलाह दी गई है कि वे पूरा भोजन से बचें, ताकि सीमित राशन के जरिए भी काम चलाया जा सके।
- अपने साथी भारतीयों के साथ जानकारी संकलित करें और साझा करें।
- दस भारतीय छात्रों के छोटे समूहों/दलों में खुद को व्यवस्थित करें साथ नियंत्रण कक्ष/हेल्पलाइन नंबरों पर लगातार संपर्क बना कर रखें।
- व्हाट्सएप ग्रुप बनाएं, भारत का पूरा विवरण, नाम, पता, मोबाइल नंबर और संपर्क संकलित करें/
- व्हाट्सएप पर जियोलोकेशन साझा करें।
- आपकी उपस्थिति और ठिकाना हमेशा आपके मित्र/छोटे समूह कॉर्डिनेटर को पता होना चाहिए।
- फोन की बैटरी बचाने के लिए केवल कॉर्डिनेटर को भारत में स्थानीय अधिकारियों/दूतावास/नियंत्रण कक्षों के साथ संवाद करना चाहिए।
- रूसी वाक्यों का उपयोग करने के लिए बोलें- студентизиндии (मैं भारत का छात्र हूं) – हां छात्र некомбатант (मैं एक गैर-लड़ाकू हूं)
यदि सैन्य चेक-पोस्ट या पुलिस सशस्त्र कर्मियों द्वारा रोका जाता है – सहयोग करें/ अपने हाथों को अपने कंधों के ऊपर खुली हथेलियों के साथ उठाएं/ विनम्र रहें आवश्यक जानकारी प्रदान करें जब भी संभव हो बिना टकराव के नियंत्रण कक्ष हेल्पलाइन से संपर्क करें। थकान और भीड़भाड़ से बचने के लिए बड़े बैग न ले जाएं।
क्या न करें –
- अपने बंकर बेसमेंट शेल्टर से हर समय बाहर निकलने से बचें साथ ही भीड़ वाले इलाकों में न जाएं।
- स्थानीय प्रदर्शनकारियों या सेना में शामिल न हों। सोशल मीडिया पर कमेंट करने से बचें साथ ही हथियार या कोई भी बिना फटे गोला-बारूद/गोले न उठाएं।
- सैन्य वाहनों के सैनिकों/सैनिकों/क्लीक पोस्ट/मिलिशिया के साथ तस्वीरें/सेल्फ़ी न लें और लाइव युद्ध स्थितियों को फिल्माने की कोशिश न करें।
- चेतावनी सायरन की स्थिति में, जहां भी संभव हो तत्काल आश्रय लें। अगर आप खुले में हैं तो पेट के बल लेट जाएं और सिर ढक लें।
- विस्फोटों या गोलियों के दौरान उड़ने वाले कांच से चोट से बचने के लिए कांच की खिड़कियों से दूर रहें।
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