Bappi Lahiri Passes away : नहीं रहे बप्पी दा, 69 साल की उम्र में दुनिया को कहा गए अलविदा

भारत रत्न ‘स्वर कोकिला’ लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के निधन से अभी संगीत प्रेमी उबरे भी नहीं थे कि सिनेमा जगत की एक और महान हस्ती का निधन हो गया. विख्यात गायक और संगीतकार बप्पी लाहिड़ी (Bappi lahiri) का आज बुधवार को निधन हो गया. लाहिड़ी ने हिंदी और बंगाली सिनेमा की कई फिल्मों में शानदार संगीत दिया.
नया कदम, वारदात, डिस्को डांसर, हथकड़ी, नमक हलाल, मास्टरजी, डांस डांस, हिम्मतवाला (Himmatwala), जस्टिस चौधरी, तोहफा, मकसद, सैलाब, द डर्टी पिक्चर और शराबी जैसी ढेरों हिंदी फिल्मों में संगीत दिया था. 69 साल के बप्पी लाहिड़ी ने मुंबई के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उनके निधन की वजह ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया बताई जा रही है. उन्हें काफी समय से फेफड़े में शिकायत थी. इसके अलावा गले में भी इन्फेक्शन था. बप्पी दा के निधन से इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है.
एक डॉक्टर के हवाले से बताया कि गायक-संगीतकार बप्पी लाहिड़ी का मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया. वह कई बीमारियों से ग्रसित थे. संगीतकार बप्पी लाहिड़ी 69 साल के थे. गायक-संगीतकार के परिवार में उनकी पत्नी चित्रानी लहरी तथा उनकी बेटी-गायिका रेमा लाहिड़ी बंसल और बेटा कृष लाहिड़ी हैं. बप्पी दा का जन्म पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में एक बंगाली ब्राह्मण परिवार में हुआ था. उनके माता-पिता बंसुरी लाहिड़ी और अपरेश लाहिड़ी, दोनों शास्त्रीय संगीत के जानकार थे. महान गायक और अभिनेता किशोर कुमार उनके मामा थे.
संगीतकार बप्पी लाहिड़ी को पिछले साल मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जब वह कोविड पॉजिटिव हो गए थे. हालांकि कुछ दिन बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था. रिकवर होने के बाद बप्पी दा को बेड रेस्ट के लिए कहा गया था और इसके बाद उनके घर में लिफ्ट के साथ व्हीलचेयर भी लगा दी गई थी जिससे उन्हें ज्यादा दिक्कत ना हो. इसके अलावा बप्पी लाहिड़ी के कई अन्य बीमारियों का इलाज भी चल रहा था.
लाहिड़ी संगीत क्षेत्र में जोरदार कामयाबी हासिल करने के बाद राजनीति में भी उतरे. हालांकि वह इसमें कामयाब नहीं रहे. वह 2014 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए. उन्हें 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया गया लेकिन उन्हें हार मिली.
बप्पी लाहिड़ी की खास बात यह है कि उन्होंने ना सिर्फ हिंदी बल्कि बंगाली, तमिल, तेलुगू और कन्नड़ भाषा में भी गाना गाया. आज बप्पी के जाने से म्यूजिक इंडस्ट्री खाली जैसी हो गई है. बप्पी दा को डिस्को डांसर, नमक हलाल, हिम्मतवाला और शराबी जैसी फिल्मों में गाने के अलावा, ‘अरे प्यार कर ले’ और ‘ऊह ला ला’ जैसे गानों के लिए भी जाना जाता है.
Bappi Lahiri Passes away: Bappi Da is no more, said goodbye to the world at the age of 69