नीतीशजी…खत्म ही कर दोगे क्या हमारा नागिन डांस!
नागिन डांस के सबसे बड़े आलोचक Bihar..के सीएम #NitishKumar ने तो जैसे प्रण ही ले लिया है…किसी को भी नागिन डांस करने नहीं देंगे। तभी तो गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने 3 दिसंबर तक सड़क पर बैंड के साथ बारात न निकालने के आदेश दे दिए हैं। मतलब….न बजेगी शहनाई, न होगा नागिन डांस।
Bihar के सीएम Nitish Kumar की शराबबंदी ने पहले ही इस लोकप्रिय नागिन डांस को बहुत नुकसान पहुंचाया है। खात्मे की कगार पर पहुंच चुके इस नृत्य को हालांकि कुछ कलाप्रेमी, साहसिक नौजवानों ने बगैर शराब के भी अब तक बचाए रखा है। लेकिन कोरोना ने इन मस्तमौला युवकों के उत्साह पर भी पानी फेर दिया है।
जैसा कि आप जानते हैं, नागिन नृत्य के नर्तक नैसर्गिक रुप से पैदा होते हैं। और ये ऐसे गंध निरपेक्ष, शर्म निरपेक्ष, धरतीपकड़ टाइप के कलाकार होते हैं, जो अचानक बैंड पर नागिन धुन बजते ही ऐसा लोटा मारते हैं कि सामान्य हाथ-पैर-तोंद हिलाऊ श्रेणी के नर्तक तो बारात छोड़ किनारे हो लेते हैं। मगर इस कला के दुश्मन कोरोना ने तो जैसे इसे कहानियों में समेटने का विचार बना लिया है।
अब बेचारा कोरोना नागिन डांस की हत्या के अपराधबोध से ग्रस्त यही सोच रहा होगा कि चुनाव के दौरान रैलियों में शामिल भीड़ में हम किसी नेता या अफसर को नहीं दिखे थे क्या। अब इस Bihar..के सरल और सर्वप्रिय नृत्य शैली को बचाने का सारा दारोमदार कोरोना नाम के वायरस पर टिका है। जैसे ही ये थोड़े तमीज़ में आयें… दो बार जानलेवा वार झेल चुके नागिन डांस को एक नया जीवन मिल जाए…और शादियों में खोई रौनक वापस लाया जाए।
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