Bihar..जेल में बहार है..जोर से मत बोलो..नीतीश सरकार (Nitish Government) है..

Bihar..में जहां अपराधी चाहे अंदर हो या बाहर, लोगों के बीच खौफ बरकरार रखते हैं। इसकी एक बानगी दिखी कुछ दिनों पहले वायरल हुए एक video में, जो बेउर जेल का था, जहां कैदियों की चिलम पार्टी चल रही थी और वे सभी म्यूजिक सिस्टम पर डांस भी कर रहे थे। जिसके बाद प्रशासन नींद से जाग उठी। और आज तड़के ही बिहार के आला अधिकारियों ने बिहार के कई जेलों में एक साथ छापेमारी की । वो भी उस वक्त जब जेल में मौजूद कैदी गहरी नींद में सो रहे थे। उठने का टाइम होने ही वाला था कि वहां छापेमारी शुरू हो गई।

दरअसल, जेलों में छापेमारी को लेकर बिहार के होम डिपार्टमेंट की तरफ से एक आदेश जारी किया गया था। इसी के बाद सुबह 5 बजे के करीब पटना समेत तमाम जिलों में जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी एक टीम बनाकर जेलों में गए व छापेमारी की। अचानक हुए इस छापेमारी से जेल में कैद कैदियों के बीच अफरा-तफरी मच गई थी। जेल आईजी मिथिलेश मिश्रा के अनुसार 95 प्रतिशत जेलों में छापेमारी के दरम्यान कुछ भी नहीं मिला है।

जेल के अंदर भी अपराधी सक्रिय
Bihar.. के जेलों में बंद कुख्यात अपराधी अंदर भी समानांतर सरकार चलाते हैं। बहुचर्चित बंगाल बीजेपी नेता और स्थानीय पार्षद मनीष शुक्ला हत्याकांड, जिसके तार बेउर जेल से जुड़ रहे हैं। कोलकाता पुलिस की छानबीन में यह बात आई कि मनीष की हत्या की पूरी साजिश कोलकाता में रची गई, लेकिन उसे अमलीजामा बेउर जेल में बैठे कुख्यात अंतरराज्यीय सोना लुटेरा सुबोध सिंह ने पहनाया था।
बाहुबलियों का जेल में भी धाक
यहाँ बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन का जिक्र करना भी जरूरी होगा। तेजाब हत्याकांड में बंद शहाबुद्दीन ने जेल के अंदर से अपनी सेल्फ़ी खींची थी। जोस काफी चर्चित हुआ था। इतना ही नहीं सिवान जेल के अंदर से माफिया सरगना गिरोह का संचालन करने का भी उनपर आरोप लगते रहे हैं। जिसके बाद उन्हे तिहाड़ जेल भेज गया ।

Bihar..के जेलों में बंद अपराधी प्रशासन के नाक के नीचे खतरनाक मंसूबों को अंजाम देते रहते हैं। ऐसे कुख्यात अपराधियों के आदेश पर बाहर उनके गुर्गे किसी की भी हत्या कर देते हैं। और अपराधी जेल के अंदर तमाम सुख-सुविधाओं का सेवन करते रहते हैं। फिर भी नीतीश सरकार( Nitish Government) कभी- कभार छापेमारी कर सिर्फ खानापूर्ति करते रहते हैं ।