ये तीन बैंकों की चेकबुक अगले महीने से हो जाएगी अमान्य, तुरंत करें बैंक से संपर्क
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बैंक ग्राहकों के लिए यह खबर बेहद जरूरी है क्योंकि अगले महीने यानी एक अक्तूबर 2021 से इलाहाबाद बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (OBC) और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (UBI) के ग्राहकों की पुरानी चेकबुक अमान्य हो जाएंगी। यानी आप अपनी पुरानी चेकबुक के जरिए किसी भी तरह की पेमेंट नहीं कर सकेंगे। इसलिए अगर आपका खाता भी इन बैंकों में था तो अपनी पुरानी चेकबुक बदलवा लें।
क्यों अमान्य होंगी इन तीन बैंकों की चेकबुक
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2019 में 10 सरकारी बैंकों को चार बड़े बैंकों में विलय करने की घोषणा की थी। विलय अप्रैल 2020 में लागू हुआ था। एक अप्रैल 2020 को ही ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का पीएनबी के साथ मर्जर किया गया था। अब दोनों बैंकों के ग्राहकों से लेकर ब्रांच तक सब कुछ पीएनबी के हैं। इसी तरह इलाहाबाद बैंक का विलय इंडियन बैंक में हुआ है। विलय होने के बाद खाताधारकों के आईएफएससी (IFSC) व एमआईसीआर (MICR) कोड में बदलाव होने की वजह से अक्तूबर 2021 से बैंकिंग सिस्टम पुराने चेक को अमान्य कर देगा और उससे कोई लेनदेन नहीं हो सकेगा। अधिक जानकारी के लिए ग्राहक तुरंत बैंक शाखा में जाकर नए चेकबुक के लिए आवेदन करें।
इन बैंकों का हुआ विलय
केनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, देना बैंक, विजया बैंक, कॉर्पोपेशन बैंक, आंध्रा बैंक, सिंडिकेट बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और इलाहाबाद बैंक का विलय अन्य बैंकों में हुआ है। बैंकों के लिए एनपीए बड़ी समस्या है। बैंकों के विलय से एनपीए की समस्या से निजात मिलेगी।
IFSC कोड क्या होता है?
इंडियन फाइनेंशियल सर्विस कोड (IFSC) एक यूनिक 11-डिजीट अल्फान्यूमेरिक कोड होता है जिसका उपयोग एनईएफटी, आरटीजीएस और आईएमपीएस के माध्यम से किए गए डिजिटल लेनदेन के लिए किया जाता है।
क्या होता है MICR कोड?
मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर रिकॉग्निशन (MICR) कोड नौ अंकों का होता है। इससे उन बैंक शाखाओं की पहचान होती है जो इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं। इसमें बैंक कोड, खाता विवरण, राशि और चेक नंबर जैसे विवरण शामिल होते हैं।
Checkbooks of these three banks will be invalid from next month, contact the bank immediately