जल्द मिलने लगेगी कोरोना की वैक्सीन?
रूस ने दावा किया है कि उसने कोरोना वायरस की वैक्सीन बना ली है। रूसी वैज्ञानिकों के मुताबिक विश्व की पहली कोरोना वायरस वैक्सीन अगस्त में लांच हो जाएगी। 38 लोगों पर सफल ट्रायल के बाद, अब इस प्रयोग का तीसरा चरण शुरु होगा और इसके तहत हजारों लोगों को यह दवा दी जाएगी। अब रूस इसकी तीन करोड़ वैक्सीन तैयार करने वाला है।
इसका निर्माण रूस के गेमली इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने किया है। रिसर्च में दावा किया गया कि यह दवा पूरी तरह से सुरक्षित है और इससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस दवा की क्षमता कितनी है।
कहां तक पहुंचा है वैक्सीन का ट्रायल?
- वर्तमान में 100 से ज्यादा वैक्सीन पर काम चल रहा है, जिनमें से 19 कंपनियां तीसरे लेवल के ट्रायल तक पहुंच चुकी है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक इनमें से अब तक दो ही अपने तीसरे चरण यानी इंसानी ट्रायल तक पहुंचे हैं।
- इनमें से एक चीन की कंपनी सिनोफार्म है।
- दूसरा वैक्सीन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेसा ने मिलकर तैयार किया है। इनका पहला ह्यूमन ट्रायल सफल हो गया है। ब्राजील में किए गए ह्यूमन ट्रायल के बेहतरीन नतीजे आए हैं।
- इस वैक्सीन का उत्पादन AstraZeneca करेगी। वहीं, भारतीय कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया भी इस परियोजना में शामिल है।
- ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों को भरोसा है कि सितंबर 2020 तक ये वैक्सीन लोगों को उपलब्ध करा दी जाएगी।
- अमरीका में भी ,टेस्ट की गई पहली कोविड-19 वैक्सीन से लोगों के इम्युन को वैसा ही फ़ायदा पहुंचा है… जैसा कि वैज्ञानिकों ने उम्मीद की थी। अभी इस वैक्सीन के अहम ट्रायल बाकी हैं।
- नेशनल इंस्टिट्यूट्स ऑफ़ हेल्थ और मोडेरना इंक में डॉ. फाउची के सहकर्मियों ने इस वैक्सीन को विकसित किया है। 27 जुलाई से इसका तीस हज़ार लोगों पर परीक्षण किया जाएगा।
कहां तक पहुंचा भारत?
- भारत में दो वैक्सीन पर ट्रायल चल रहा है। ये ट्रायल बंदर और खरगोशों पर सफल रहा है और अब इसका ट्रायल इंसानों पर भी शुरू हो चुका है।
- अगर सब कुछ सही रहा तो इस साल के अंत तक या फिर 2021 के शुरूआत में ही कोरोना वैक्सीन आ सकती है।
- भारतीय दवा कंपनी जायडस कैडिला ने कहा है कि कोविड-19 के वैक्सीन बनाने के लिए मानव परीक्षण शुरू कर दिया गया है। वॉलिंटियर्स को पहले और दूसरे चरण के लिए ट्रायल के लिए संभावित टीका दिया जा रहा है।
- भारत बायोटेक कंपनी…. नाक के जरिये ली जाने वाली एक विशेष वैक्सीन विकसित कर रही है।
- यूनिवर्सिटी आफ विस्कांसिन मैडीसन और वैक्सीन निर्माता कंपनी फ्लूजेन (FluGen) ने भारत बायोटेक के साथ मिलकर कोरोफ्लू नामक इस वैक्सीन को विकसित करने के लिए परीक्षण शुरू कर दिये हैं।
जिस तेजी से पूरी दुनिया में कोरोना वायरस फैलता जा रहा है, उसमें उम्मीद तो यही की जाना चाहिए कि कोई भी कंपनी….कोई भी देश…जल्द से जल्द इसका इलाज या वैक्सीन ढूंढ ले। आखिर उम्मीद पर ही तो दुनिया कायम है।