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दुनिया से कभी खत्म नहीं होगा COVID-19 : WHO

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दुनिया से कभी खत्म नहीं होगा COVID-19 : WHO

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विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस अधनोम घेभ्रेसस ने कहा है कि पिछले आठ हफ्तों में कोविड-19 की वजह से 1.70 लाख लोगों की मौत हुई है. ये वो आंकड़ें हैं जिनकी रिपोर्ट पता चली है. हमें पता है कि असली संख्या इससे कहीं ज्यादा होगी. WHO के इंटरनेशनल हेल्थ रेगुलेशन इमरजेंसी कमेटी ने कहा कि इंसानों और जानवरों के बीच से इस कोविड-19 के कोरोनावायरस को खत्म करना लगभग नामुमकिन है. ये हो सकता है कि हम इसके भयानक नतीजों को कम कर सकें. लोगों की मौत कम कर सकें. लोगों को इससे संक्रमित होने से बचा सकें. लेकिन यह महामारी ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी बनी रहेगी.

WHO प्रमुख टेड्रोस अधनोम घेभ्रेसस ने कहा कि कोरोनावायरस को कम समझना भूल होगी. कमेटी ने देखा है कि पूरी दुनिया भर के हेल्थ सिस्टम कोविड-19 से संघर्ष कर रहे हैं. इसके चलते अन्य बड़ी बीमारियों पर भी ध्यान देना मुश्किल हो रहा है. क्योंकि कोविड को अब भी प्रमुखता से लिया जा रहा है. कोविड-19 महामारी के चलते पूरी दुनिया का हेल्थ सिस्टम बिगड़ा है. मेडिकल वर्कफोर्स यानी चिकित्साकर्मियों की कमी महसूस की गई है.

टेड्रोस अधनोम घेभ्रेसस ने कहा कि मेरा संदेश स्पष्ट है. कोरोनावायरस को कमतर समझना बड़ी भूल हो सकती है. यह लगातार हमें सरप्राइज कर रहा है. यह लगातार हमें मारने का प्रयास करता रहेगा. इसलिए हमें ज्यादा मेडिकल टूल्स और मेडिकल स्टाफ की जरुरत है. यह वायरस हम इंसानों और जानवरों में बस चुका है. अब यह कई पीढ़ियों तक खत्म होने वाला नहीं है. इसलिए सबसे बड़ी जरूरत है सही वैक्सीन और ज्यादा वैक्सीनेशन की. ताकि लोगों को इम्यूनिटी दिलाई जा सके.

30 जनवरी 2020 को भारत में कोरोना का पहला मामला सामने आया था. तब से अब तक भारत में कोरोना के करीब साढ़े चार करोड़ मरीज सामने आ चुके हैं. अच्छी बात ये है कि लगभग 99 फीसदी कोरोना से ठीक भी हो गए. भारत में तीन साल में कोरोना का तीन लहरें आईं. पहली लहर ने डराया. दूसरी ने रुलाया और तीसरे तक हम संभल गए थे.

ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिर्सिटी के इमरजेंसी कंसलटेंट डेविड काल्डीकोट ने कहा कि हमें आगे के लिए सोचना होगा. खासतौर से चिकिस्ताकर्मियों के लिहाज से भी. क्योंकि वो कोविड-19 का सामना सबसे पहले करते हैं. वायरस के संक्रमण जोन में सबसे ज्यादा रहते हैं. फिजिशियन करीना पॉवर्स ने कहा कि हमारे पास चिकित्साकर्मियों की कमी है.

करीना ने कहा कि यह जरूरी है कि हम पूरी दुनिया को कहें कि वो अपने मेडिकल स्टाफ को बढ़ाएं. क्योंकि इस कोविड-19 दुनिया की सबसे ज्वलंत समस्या है. अगर मेडिकल टीम ही नहीं होगी तो अगली पीढ़ी को न बचा पाएंगे. न ही उन्हें इस बीमारी को लेकर जागरूक कर पाएंगे. अमेरिका में इस समय हर दिन लगभग 500 मौतें कोविड की वजह से हो रही है.

COVID-19 will never end from the world: WHO

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