तूफान ‘अम्फान’ और तबाही
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चक्रवाती तूफान अम्फान (Amphan Cyclone) ने बुधवार को अपना विकराल रुप दिखाया और भारी तबाही मचाई। घर, इमारत, सड़कें और पेड़ों को इस तूफान ने काफी तबाह किया है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल का इतना नुकसान हुआ है कि उसे शब्दों में नहीं बयान किया जा सकता है। ये इतना ज्यादा है कि इसका अंदाजा लगाने में कई दिन लगेंगे। ताजा जानकारी के मुताबिक इस तूफान की वजह से कम से कम 20 से 21 लोगों की मौत हुई है और करोड़ों का नुकसान हुआ है।
बुधवार को हुई भारी बारिश के कारण कोलकाता एयरपोर्ट एक हिस्सा डूब गया है। गौरतलब है कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल में एम्फन से भारी तबाही हुई है। कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और कुछ जगहों पर भारी बारिश की वजह से जल भराव भी हो गया। चक्रवात एम्फन बुधवार को दोपहर में करीब ढाई बजे पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश तट पर पहुंचा। इस दौरान 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। चक्रवात के कारण तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही हुई, बड़ी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए, कच्चे मकानों को भी खासा नुकसान हुआ।
हालांकि चक्रवात से निपटने के लिए NDRF की टीमें पूरी मुस्तैदी के साथ लगी हुई हैं। पश्चिम बंगाल से पांच लाख और ओडिशा में 1,58,640 लोगों को सुरक्षित निकाला गया था। एनडीआरएफ की टीमों सहित देश की तीनों सेनाएं भी एक्टिव मोड में हैं। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, दीघा में भारी लैंडफॉल दर्ज किया गया। दीघा तट पर बारिश के साथ 160-170 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाओं की टक्कर हुई।
NDRF के महानिदेशक एसएन प्रधान के मुताबिक ओडिशा में मौजूद सभी 20 टीमों को तैनात कर दिया गया है, जबकि पश्चिम बंगाल में 19 टीमों को तैनात किया गया है और दो को आरक्षित रखा गया है। प्रधान ने संवाददाता सम्मेलन में बताया – ” बंगाल में दो टीमें रिजर्व में रखी गई हैं जिसमें से एक टीम अभी कोलकाता में तैनात की जा रही है। 24 टीमें विमान से जाने के लिए तैयार हैं। अभी और चक्रवात के बाद हमारी जिम्मेदारी और भी अधिक होगी। यह एक लंबी प्रक्रिया है।”