डायबिटीज की दवाएं मिलेंगी सस्ती, सरकार ने तय की 15 दवाओं के मूल्य
राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने मधुमेह समेत विभिन्न बीमारियों के इलाज में उपयोग होने वाली 15 दवाओं के खुदरा मूल्य की सीमा तय की है। एनपीपीए ने मंगलवार को कहा कि मार्च के अंतिम सप्ताह में बैठक के बाद कीमतें निर्धारित की गयी हैं। जो कंपनियां ये दवाएं बना रही हैं, उन्हें एनपीपीए की सिफारिशों के अनुसार नये खुदरा मूल्य तय करने होंगे।
प्राधिकरण ने अपने आदेश में कहा, एनपीपीए ने 24 मार्च को हुई प्राधिकरण की 96वीं बैठक में किये गये निर्णय के आधार पर औषधि (कीमत नियंत्रण आदेश), 2013 के तहत 15 दवाओं के खुदरा मूल्यों को निर्धारित किया है। मूल्य निर्धारण के तहत एसोसिएटेड बायोटेक, डेल्स लैबोरेटरीज की बनायी और विपणन की जाने वाली मेटफॉर्मिन के साथ टेनेलिग्लिप्टिन टैबलेट (मेटाफॉर्मिन + टेनेलिग्लिप्टिन) की कीमत 7.14 रुपये प्रति टैबलेट तय की गई है। इसी तरह, डैपाग्लिफ्लोजिन के साथ मेटफॉर्मिन हाइड्रोक्लोराइड टैबलेट का खुदरा मूल्य 10.7 रुपये प्रति टैबलेट तय किया गया है। इन दोनों दवाओं का उपयोग मधुमेह के इलाज के लिए किया जाता है।
इसके अलावा, एनपीपीए ने जिन अन्य दवाओं के मूल्य तय किये गये हैं, उनमें ह्यूमन नॉर्मल इम्युनोग्लोबुलिन, मेड्रोक्सीप्रोजेस्टेरोन एसीटेट आदि दवाएं शामिल हैं। प्राधिकरण ने कहा है कि दवा बनाने वाली कंपनियां नियामक को एकीकृत औषधि डाटाबेस प्रबंधन प्रणाली (आईपीडीएमएस) के जरिये कीमत सूची जारी करेंगी और उसकी एक प्रति राज्य औषधि नियंत्रक और डीलरों को सौंपेगी।
Diabetes medicines will be cheap, the government has fixed the price of 15 medicines