UP में मॉनसून की कमजोर एंट्री से किसानों के बढ़ी चिंता
सोमवार को सोनभद्र और बलिया के रास्ते दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून ने उत्तर प्रदेश में प्रवेश किया, लेकिन इसके कमजोर होने की वजह से झमाझम बारिश के लिए अभी और इन्तजार करना पड़ेगा. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक प्रदेश में भीषण गर्मी से लोगों को रहत मिली है. पश्चिमी विक्षोभ की वजह से कई इलाकों में आंधी-पानी के साथ ही हल्की बारिश होती रहेगी, जिसकी वजह से भीषण और उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिलेगी. मौसम विभाग का अनुमान है कि 27 जून के बाद मॉनसून पूरे प्रदेश में सक्रिय हो जाएगा और झमाझम बारिश होगी.
मॉनसून में देरी की वजह से किसानों के माथे पर सिकन भी देखने को मिल रही है. पिछली बार मॉनसून 12 जून को आ गया था. इस बार भी अनुमान था कि 16 से 17 जून तक मॉनसून प्रदेश में सक्रिय हो जाएगा, लेकिन अब संभावना जताई जा रही है कि जून के अंत तक झमाझम बारिश होगी. जिन किसानों ने धान के बीज डाल दिए हैं, उन्हें अब इस बात की चिंता है कि पौध तो तैयार है, लेकिन सुखे खेतों में रोपाई कैसे हो. अब उनके लिए पंप सेट से रोपयी का जुगाड़ करना होगा. बता दें कि 19 से 20 दिन में धान की पौध तैयार हो जाती है, इसके बाद इनकी रोपाई की जाती है.
मंगलवार को लखनऊ, कानपुर, उन्नाव और आसपास के इलाकों में अचानक से मौसम में बदलाव देखने को मिला, तेज हवाओं के साथ हलकी बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई. आंचलिक मौसम केन्डर्स के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से बादलों की आवाजाही जारी रहेगी. कहीं-कहीं आंधी और हल्की बारिश देखने को मिल सकती है. वैसे उम्मीद है कि 27 जून के बाद मॉनसून प्रबल होगा और पूरे प्रदेश में सक्रिय होगा.
Farmers worried due to weak entry of monsoon in UP