AIIMS सर्वर हैक को दिल्ली पुलिस के पूर्व DCP ने बताया आतंकी साजिश
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दिल्ली एम्स के सर्वर पर हुए साइबर हमले ने देश की सुरक्षा एजेंसियों को हिला कर रख दिया है. इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब देश के इतने बड़े संस्थान का सर्वर कई दिनों तक ठप हो गया हो. दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने इसकी जांच कर रही है. इसी बीच दिल्ली पुलिस के पूर्व डीसीपी एलएन राव ने भी इस घटना पर टिप्पणी की है.
दिल्ली पुलिस के पूर्व डीसीपी एलएन राव ने इस घटना को बड़ी आतंकी साजिश बताया है. उन्होंने कहा कि यह जानना बेहद जरूरी है कि साइबर अटैक का मकसद क्या है? हालांकि, उन्होंने भरोसा जताया कि देश की सुरक्षा एजेंसियां इसको बेनकाब जरूर कर लेंगी. उन्होंने कहा कि हमारी जांच एजेंसियां सक्षम हैं, वो इसके पीछे के सारे रहस्यों का पता जरूर लगा लेंगी.
दिल्ली पुलिस के पूर्व अधिकारी ने कहा कि साइबर अटैक का मकसद जानना बहुत जरूरी है. वे हमारे डाटा का मिसयूज कर सकते हैं. हमें ये भी देखना होगा कि हैकर ने कैसा डाटा चुराया है? क्या सिर्फ फोन नंबर चुराए हैं या आधार कार्ड और मोबाइल नंबर चुराए हैं? या सिर्फ मेडिकल प्रिस्क्रिप्शन और सिस्टम चुराया है. उन्होंने कहा कि इससे आर्थिक नुकसान हो सकता है.
हालांकि, उन्होंने कहा कि साइबर सेल जांच कर रही है. हमारा साइबर सेल बहुत हाईटेक है, उसके पास वो संसाधन है जिनसे इस हैंकिंग के बारे में सब कुछ पता चल जाएगा. उन्होंने कहा कि जांच में पता चल जाएगा कि कौन से सर्वर से डाटा चोरी हुआ है? उसका डोमेन क्या है? सर्वर किस नाम से रजिस्टर्ड है? साइबर क्रिमिनल कहां लोकेटेड हैं?
दिल्ली पुलिस के पूर्व डीसीपी ने कहा कि जांच में हमें इसका सोर्स देखना पड़ेगा कि यह किस जगह से किया गया है? किन लोगों ने किया? किस सर्वर से किया? किस नंबर से किया? हैकर का आईपी एड्रेस क्या है? इसको ट्रेस किया जाएगा तो सब कुछ पता चल जाएगा. उन्होंने कहा कि मैं इस घटना को उग्रवादी एंगल से भी देख रहा हूं. यदि इसमें उग्रवादी संगठन का कनेक्शन मिला तो NIA की मदद भी ली जाएगी. उन्होंने कहा कि हमारी एजेंसियां पूरी तरह से सक्षम हैं. यदि देश के बाहर से हैकिंग की गई है तो RAW और इंटरपोल की मदद ली जाएगी.
Former DCP of Delhi Police called AIIMS server hack a terrorist conspiracy