काली छतरी के साथ दिखा भगोड़ा Amritpal Singh, उत्तराखंड भाग गया ?

भगोड़ा खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करना अभी भी पंजाब पुलिस के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है. पिछले 6 दिनों से लगातार कोशिशों के बाद भी वह गिरफ्त में नहीं आया है. गिरफ्तारी से बचने के लिए वह लगातार जगह बदल रहा है, लेकिन पुलिस उसके करीबियों को गिरफ्तार कर उस पर दबाव भी बना रही है. पुलिस की ओर से अब तक 207 लोगों को गिरफ्तार या हिरासत में लिया जा चुका है.
‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह के बारे में कहा जा रहा है कि वह अभी उत्तराखंड में छिपा हो सकता है. 20 मार्च को सीसीटीवी कैमरे से मिले फुटेज में दिख रहा है कि उसने हरियाणा के कुरुक्षेत्र में एक महिला के यहां रात गुजारी थी. पुलिस ने उस महिला को भी गिरफ्तार कर लिया गया. अब एक और नए फुटेज में अमृतपाल सिंह कुरुक्षेत्र के शाहाबाद इलाके में सड़क पर छाता लेकर चलता हुआ दिख रहा है. फुटेज में दिख रहा है कि आरोपी अमृतपाल सिंह ने हल्के नीले रंग की शर्ट और काली पैंट पहन रखी है तथा वह रिहायशी इलाके में सड़क पर चल रहा है. साथ में उसके एक हाथ में छोटा क्रीम कलर का बैग है तो दूसरे हाथ से काले रंग का छाता पकड़ रखा है. हालांकि इस फुटेज में उसका चेहरा नहीं दिख रहा है.
ऐसा दावा किया जा रहा है कि अमृतपाल उत्तराखंड भाग गया है. पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए वह कई जुगत लगा रहा है. उसके लोकेशन के बारे में कई तरह की खबरें आती रही हैं. कभी उसके पाकिस्तान या नेपाल भाग जाने की खबर आई थी. लेकिन अब मसिर्डीज समेत कई गाड़ियों का इस्तेमाल करते हुए पंजाब से बाहर निकल गया है.
पंजाब पुलिस के आईजी सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि अमृतपाल सिंह को पनाह देने के आरोप में पुलिस ने हरियाणा की 30 साल की एक महिला को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बलजीत कौर के रूप में आरोपी महिला की पहचान की और बताया कि भगोड़ा अमृतपाल पंजाब में गिरफ्तारी से बचने के एक दिन बाद ही 19 मार्च की रात कुरुक्षेत्र जिले की शाहबाद मारकंडा इलाके में सिद्धार्थ कॉलोनी में महिला के निर्माणाधीन घर में ठहरा था.
सूत्रों ने बताया कि बलजीत कौर ने पूछताछ में पुलिस को जानकारी दी कि अमृतपाल जब उसके घर आया तो उसके पास बंदूक भी थी. हालांकि उसका कहना है कि बंदूक की ठीक से पहचान नहीं कर सकी थी. सूत्रों का यह भी कहना है कि अमृतपाल और पापलप्रीत दोनों ने कॉल करने के लिए बलजीत के मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया. बलजीत ने बताया कि उसके मोबाइल पर हुई बातचीत से ऐसा लगता है कि वे यहां से उत्तराखंड जाने की प्लान बना रहे थे. दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि अमृतपाल किस गाड़ी से हरियाणा पहुंचा.
Fugitive Amritpal Singh seen with black umbrella, fled to Uttarakhand?