Good News : सबसे तेज रह सकती है भारत की विकास दर
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विश्व बैंक की जून में जारी रिपोर्ट के अनुसार, चीन की विकास दर इस साल 4.3 प्रतिशत रहेगी, जबकि भारत की विकास दर 7.5 प्रतिशत रहेगी। इसी प्रकार आइएमएफ की रिपोर्ट भी चीन के मुकाबले भारत के विकास दर की रफ्तार तेजी से बढ़ने की बात कहती है। पिछले दिनों आरबीआइ की तरफ से जारी मासिक रिपोर्ट में यूक्रेन-रूस युद्ध के बाद दुनिया के दूसरे देशों की तरह ही भारतीय इकोनमी पर भी विपरीत असर पड़ने की बात कही गई है।
लेकिन, यह भी माना गया है कि भारत दूसरे देशों के मुकाबले अभी ज्यादा तेजी से विकास करेगा। भारत की रूस, चीन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों के साथ तुलना की गई है। इसमें आर्गेनाइजेशन फार इकोनमिक को-आपरेशन एंड डेवलपमेंट (ओईसीडी) और विश्व बैंक की रिपोर्ट का तुलनात्मक अध्ययन पेश किया गया है। ओईसीडी ने भारत की विकास दर के अनुमान को 8.1 प्रतिशत से घटाकर 6.9 प्रतिशत कर दिया है, जबकि विश्व बैंक ने 8.7 प्रतिशत से घटाकर 7.5 प्रतिशत किया है।
वहीं, इन एजेंसियों ने चीन के लिए अनुमान को घटाकर क्रमश: 5.1 से 4.4 प्रतिशत और 5.1 से 4.3 प्रतिशत कर दिया है। इसी तरह आइएमएफ की नई रिपोर्ट कहती है कि भारत की विकास दर 9 प्रतिशत से घटकर 8.2 रहेगी, जबकि चीन की विकास दर के अनुमान को 5.1 से घटाकर 4.4 प्रतिशत किया गया है।
2021 की बात करें तो चीन की विकास दर 8.2 प्रतिशत रही थी तो भारतीय इकोनमी में 8.7 प्रतिशत वृद्धि दर रही थी। उसके पिछले वर्ष में भारतीय इकोनमी में 6.6 प्रतिशत की गिरावट हुई थी।
Good News: India’s growth rate can be the fastest