सिद्धू के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता लखीमपुर खीरी के लिए रवाना
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लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा का मुद्दा अभी थमा नहीं है। गुरुवार को भी इस पर सियासत जारी है। एक ओर इस मामले में जहां न्यायिक जांच के लिए एक सदस्यीय आयोग का गठन कर दिया गया है, वहीं दूसरी तरफ विपक्ष आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा हुआ है। बुधवार को राहुल और प्रियंका गांधी के पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद आज अखिलेश यादव, सतीश मिश्रा नवजोत सिद्धू समेत कई विपक्षी नेता लखीमपुर जाकर पीड़ित परिवारों से मिलेंगे।
मोहाली से पंजाब कांग्रेस नवजोत सिंह सिद्धू के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जा रहा है। वह अभी रास्ते में है। लखीमपुर घटना के विरोध में और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू गुरुवार को लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर आरोपी की गिरफ्तारी न हुई तो वे भूख हड़ताल पर बैठेंगे। नवजोत सिद्धू ने अपने चिर परिचित अंदाज में कहा कि वे इंसाफ के लिए अपनी देह त्यागने को भी तैयार हैं। उनके साथ पंजाब सरकार के सभी मंत्री और कांग्रेस विधायक भी लखीमपुर खीरी गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने लखीमपुर खीरी मामले में कल तक यूपी सरकार से सभी पहलुओं पर स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। यूपी सरकार को कल तक अदालत में रिपोर्ट जमा करानी होगी। बुधवार देर रात तक प्रियंका गांधी और राहुल गांधी मृतक किसानों और पत्रकार के परिवारों से मिले। इसके बाद गुरुवार सुबह प्रियंका ने कहा है कि लोकतंत्र में न्याय हमारा अधिकार है। जब पीड़ितों को न्याय नहीं मिल जाता मैं उनके लिए लड़ूंगी। मैं कल जिन भी परिवारों से मिली उनकी सिर्फ एक मांग थी कि हमें न्याय दिलाओ। उन्होंने कहा कि गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र की नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। जब तक मामले की जांच नहीं होती उनकी बर्खास्तगी होनी चाहिए।
Hundreds of Congress workers led by Sidhu left for Lakhimpur Kheri