Ind Vs Nz : घबरा गए थे करोड़ों फैंस, लेकिन मोहम्मद शमी ने 7 विकेट लेकर तोड़ दी न्यूज़ीलैंड की कमर

आखिरकार न्यूज़ीलैंड का डर भारतीय फैंस के दिमाग से उतर ही गया. आईसीसी इवेंट्स में न्यूज़ीलैंड का डर अब भारतीय फैंस को कभी नहीं सताएगा. अब वो यादें इतिहास में दफन हो जाएंगी कि 2019 वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड ने ही भारत को सेमीफाइनल में हराया था. 2021 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड ने भारत को हराया था. ऐसा इसलिए क्योंकि 2023 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भारत ने न्यूजीलैंड को 70 रन से हराकर फाइनल में जगह बना ली है.
सेमीफाइनल मैच में भारत ने जब टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए स्कोरबोर्ड पर 397 रन जोड़ दिए तो लगा मैच एकतरफा होगा. लेकिन कीवियों ने हार नहीं मानी. उनके बल्लेबाजों ने भारत को परेशान किया. न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों का कड़ा इम्तिहान लिया. भारतीय फैंस की धड़कनों को बढ़ाया. न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने दो ऐसी साझेदारियां की जिन्होंने रोहित शर्मा का सरदर्द बढ़ाया. यहां तक कि मैच के दौरान ही ये चर्चा होने लगी कि क्या आज टीम इंडिया हार्दिक पांड्या को ‘मिस’ कर रही है. लेकिन आखिरकार भारतीय गेंदबाजों ने अपनी साख और धाक को कायम रखते हुए न्यूज़ीलैंड पर जीत हासिल की. इस तरह भारतीय टीम के कप्तान और फैंस ने राहत की सांस ली.
किसने सोचा था कि जिस दिन विराट कोहली विश्व क्रिकेट का इतना बड़ा रिकॉर्ड कायम करेंगे उस दिन प्लेयर ऑफ द मैच कोई और खिलाड़ी होगा? लेकिन यही क्रिकेट की अनिश्चितता है. शमी की शानदार गेंदबाजी विराट कोहली के रिकॉर्डतोड़ शतक पर भारी पड़ गई. न्यूज़ीलैंड की टीम ने जिस तरह से पलटवार किया था उसमें भारतीय टीम की जीत में शमी की गेंदबाजी ज्यादा अहम साबित हुई. शमी ने न्यूजीलैंड क के खिलाफ लीग मैच में भी 5 विकेट लिए थे. सेमीफाइनल में तो वो अलग ही तेवर में थे. उन्होंने सबसे पहले न्यूजीलैंड को दो झटके देकर उसकी शुरूआत खराब की. इसके बाद कप्तान केन विलियम्सन और डेरिल मिचेल के बीच हो चुकी पौने दो सौ रनों की साझेदारी को तोड़ा. उन्होंने बीच के ओवरों में केन विलियम्सन को आउट किया.
यही वो वक्त था जब न्यूजीलैंड की टीम ने बड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए जिस फॉर्मूले से बल्लेबाजी करनी चाहिए उसे हासिल कर लिया था. 220 रन के स्कोर पर ही शमी ने टॉम लैथम को दूसरी ही गेंद पर एलबीडब्लू किया. अंत में एक ही बल्लेबाज से खतरा था. वो थे डेरिल मिचेल, जो ‘क्रैंप’ आने के बाद भी बड़े बड़े शॉट्स खेल रहे थे. मिचेल ने कमाल की साहसिक पारी खेली. लेकिन इससे पहले कि इस वर्ल्ड कप में ग्लेन मैक्सवेल पार्ट-2 होता शमी ने उन्हें भी पवेलियन की राह दिखाई. इसके बाद निचले क्रम के भी दो विकेट शमी के खाते में आए. इस तरह सचिन तेंडुलकर के वनडे क्रिकेट में 49 शतक के रिकॉर्ड को तोड़कर 50 शतक लगाने वाले विराट कोहली की पारी पर शमी के 57 रन देकर 7 विकेट ज्यादा उपयोगी साबित हुए. ये दिलचस्प संयोग है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ लीग मैच में भी शमी ने 5 विकेट झटके थे और मैन ऑफ द मैच बने थे.
अब 19 तारीख को एक बार फिर करोड़ों क्रिकेट फैंस की धड़कने तेज होंगी. फाइनल में चाहे ऑस्ट्रेलिया हो या साउथ अफ्रीका, मुकाबला कड़ा होगा. लीग मैच में इन दोनों ही टीमों को भारत ने पीटा है. लेकिन दोनों टीमें खतरनाक हैं. दोनों टीमों के पास वर्ल्ड क्लास बल्लेबाज हैं. अफगानिस्तान के खिलाफ ग्लेन मैक्सवेल ने जो करिश्मा किया उसके बाद कंगारुओं का जोश अलग ही ‘लेवल’ पर है. फाइनल से पहले भारतीय टीम के पास 3 दिन का वक्त भी है. फाइनल लड़ाई के पहले वही ‘पॉजिटिव माइंडसेट’ चाहिए जिसके दम पर टीम ने यहां तक का सफर तय किया है.