आज भारत बंद, देशभर के किसान उतरेंगे सड़कों पर
कृषि विधेयकों के विरोध में किसान अब आक्रामक रुख अपनाएंगे। किसानों ने सड़क मार्ग पर चक्का जाम के साथ-साथ ट्रेनेें रोकने का एलान भी किया है। कृषि बिल के विरोध में आज दर्जनों संगठनों ने भारत बंद बुलाया है। इस दौरान देश के कई राज्यों के किसान सड़क पर उतरेंगे और बिल के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। इस बंद में सबसे ज्यादा असर पंजाब, हरियाणा और वेस्ट यूपी में दिख सकता है।
किसान सड़कों पर चक्का जाम और रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं। इसे देखते हुए पंजाब-हरियाणा से होकर गुजरने वाली कई ट्रेनें अगले दो दिनों के लिए रद कर दी गई हैं। पंजाब में किसानों ने गुरुवार से ही ‘रेल रोको’ प्रदर्शन शुरू कर दिया। वे राज्य के अलग-अलग हिस्सों में रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। किसान मजदूर संघर्ष समिति और भारतीय किसान यूनियन से जुड़े लोग इसमें शामिल हुए। हरियाणा में सभी हाई-वे पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। ट्रैक्टर पर बैठे लोगों को हाई-वे से पहले ही रोका जा रहा है।
शुक्रवार को 31 किसान संगठनों ने पंजाब बंद का आह्वान किया है। वहीं हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन समेत कई किसान संगठनों ने बिल के विरोध में किसानों की हड़ताल का समर्थन करने का ऐलान किया है। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के संयोजक वी.एम. सिंह मध्य उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने कहा कि अगर एमएसपी की गारंटी नहीं दी गई तो देशभर में अशांति फैल जाएगी। गरीबों की खाद्य सुरक्षा बहुराष्ट्रीय कंपनियों और कार्पोरेट घरानों के हाथ में सौंप दी गई है। उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से इन विधेयकों को मंजूरी न देने की अपील की है। यही मांग 18 विपक्षी पार्टियां भी बुधवार को राष्ट्रपति से मिलकर उठा चुकी हैं। उन्होंने राष्ट्रपति से इन विधेयकों को पुनर्विचार के लिए सदन को वापस भेज देने का अनुरोध किया है।
दिल्ली अलर्ट पर –
किसानों के आह्वान को देखते हुए राजधानी दिल्ली की सीमा पर अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है। किसानों को रोकने के लिए दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर सील करने के तैयारी है। हालांकि गुरुवार को दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर यातायात एकदम सामान्य रहा। इस मद्देनजर पुलिस ने हरियाणा बॉर्डर सील करने की तैयारी कर ली है।
इन पार्टियों का समर्थन –
कृषि बिल के विरोध में 25 सितंबर को बुलाया गया भारत बंद कई संगठनों के द्वारा बुलाया गया है। लेकिन, इसकी अगुवाई ऑल इंडिया किसान संघर्ष कॉर्डिनेशन कमेटी, ऑल इंडिया किसान महासंघ और भारतीय किसान यूनियन कर रहे हैं। इस बंद के समर्थन में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, लेफ्ट, टीएमसी, डीएमके, टीआरएस समेत कुल 18 राजनीतिक दलों ने अपनी आवाज़ उठाई है। इनके अलावा CITU, AITUC, हिन्द मज़दूर सभा समेत कुल दस केंद्रीय ट्रेड यूनियन ने भी अपना समर्थन बंद को दिया है।
पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में क्या –
लेफ्ट पार्टी से जुड़े ऑल इंडिया किसान सभा ने यहां पर बंद बुलाया है, इस दौरान रास्ते रोके जाएंगे। उनके अलावा कई छोटे किसान संगठन, मंडी संगठन ने बंद का समर्थन किया है। ऑल इंडिया किसान सभा महाराष्ट्र में सबसे बड़े किसान ग्रुपों में से एक है। इस संगठन में तीन लाख से अधिक किसान हैं, जिन्होंने राज्य के 21 जिलों में व्यापक प्रदर्शन की बात कही है।