#justiceforsushant: हम भारत के गिद्ध!
सुशांत की मौत के बाद एक आंदोलन शुरू हुआ –#justiceforsushant….100 दिन से ज्यादा सोशल मीडिया और टीवी स्टूडियो पर चलेे इस मुहिम से किसको क्या हासिल हुआ ?
कंगना रनौत जो सुशांत को टॉम क्रूज से ज्यादा नहीं जानती थी, उसे y+ सिक्योरिटी मिल गई, जो चैनल वाले रोते पिता और बिलखती बहनों को लाइव दिखा कर TRP बटोर रहे थे, उन्हें तीन महीने का इवेंट मिल गया, उत्तराखंड में केदारनाथ के खिलाफ लवजिहाद का आंदोलन खड़ा करने वाली बीजेपी को बिहार चुनाव का मुद्दा मिल गया, गुप्तेश्वर पांडे को बक्सर से जेडीयू का टिकट मिल गया… लेकिन सुशांत के परिवार को क्या मिला?
परिवार ने रिया पर सुसाइड के लिए मजबूर करने, जहर देने, बैंक खाते से रकम निकालने, चोरी, धोखाधड़ी, षडयंत्र, और अवैध तरीके से रोक कर रखने और परिवार वालों से दूर करने का इल्जाम लगाया, लेकिन न सीबीआई को रिया के खिलाफ कत्ल का कोई सबूत मिला, न ईडी को बैंक में हेराफेरी का, आखिरकार अपने lone buyer and consumer ब्वॉयफ्रेंड के लिए 59 ग्राम गांजा के Procurement, supply and finance के लिए बने मुंबई के सबसे बड़े ड्रग सिंडिकेट को तोड़ने के लिए NCB ने रिया को गिरफ्तार तो किया, लेकिन उसकी गिरफ्तारी का सुशांत के मौत की जांच से कोई रिश्ता नहीं है, ये बात क्या मीडिया आपको बता रहा है?
सुशांत के पिता को लगता था कि रिया ने सुशांत को जहर पिला कर मार डाला है, अब संजय राउत और देवेंद्र फड़णवीस मुलाकात के फौरन बाद… दूसरी विसरा रिपोर्ट भी वही कह रही है जो पहली रिपोर्ट में कही गई थी कि सुशांत को जहर नहीं दिया गया है।
हाईकोर्ट में रिया के बेल का विरोध करने आए ASG ने सुशांत के बारे में कहा – The person may not be alive, but the offence does not go…यानी जांच एजेंसी की नजर में मृत सुशांत जिसके लिए इंसाफ की बात हो रही थी, दरअसल एक अपराधी है और मौसम वैज्ञानी मीडिया ने फौरन पलटी मार कर खबर दी कि सुशांत ने 100 करोड़ की कथित कमाई के एवज में कमीशन के तौर पर अपने खाते से 10 करोड़ की रकम क्वान को ट्रांसफर की थी। अब क्योंकि बीते पांच साल में सुशांत के खाते में सिर्फ 70 करोड़ का ही लेन-देन मिला है, मतलब मृत सुशांत पर टैक्स चोरी का भी मामला बन सकता है। और ये वो केस है जो किसी की मौत के बाद भी चल सकता है।
सीबीआई कह रही है कि वो सुशांत मामले की हर एंगल से जांच कर रही है, यानी मर्डर भी हो सकता है और सुसाइड भी ….गौर कीजिए ये दोनों दो अलग तरह की बातें हैं, अगर देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी कह रही है कि मर्डर और सुसाइड … परस्पर विरोधी बातों में कुछ भी हो सकता है तो मतलब ये हुआ कि उसके पास दिखाने या बताने को कम से कम इस वक्त तो कुछ भी नहीं है। क्या ये महज इत्तेफाक है कि बीते चालीस दिन में सीबीआई ने अपनी जांच में किसी सुराग को लेकर अब तक एक भी प्रेस कान्फ्रेंस नहीं की।
सुशांत के चरित्र और जीवन को लेकर लगे इल्जाम पर ही बात खत्म नहीं हुई। अब सीबीआई कह रही है कि वो सुशांत की मौत के सिलसिले में उनकी बहनों से 306 के तहत यानी सुसाइड के लिए बाध्य करने के इल्जाम में पूछताछ कर सकती है। रिया ने प्रियंका पर छेड़खानी( molested and demanded sexual relationship with her in 2019) का इल्जाम भी लगाया है।
आज सारा देश सुशांत के बारे में पहले से कहीं ज्यादा जानता है। अब सीबीआई के पास Dr. Suzanne Walker सहित दो डाक्टरों की रिपोर्ट है जिसमें बताया गया है कि सुशांत डिप्रेशन और बाईपोलर डिसऑर्डर के शिकार थे। ड्रग्स की जांच करने वाली देश की सबसे बड़ी एजेंसी एनसीबी ने कोर्ट को बताया है कि सुशांत गांजा और चरस लेते थे।
एनसीबी को दिए बयान में एक्टर सारा अली खान ने कहा है कि वो सुशांत को डेट कर रही थी, लेकिन सुशांत रिश्ते को लेकर ईमानदार नहीं थे, इसलिए जल्द ही ये रिश्ता टूट गया
सवाल है अब जबकि सुशांत नहीं हैं, क्या सुशांत की जिंदगी से जुड़ी हर छोटी से छोटी जानकारी सीबीआई के अलावा हम सबके लिए भी जानना जरूरी था ? प्राइवेसी का उल्लंघन और कोर्ट ट्रायल से पहले मीडिया ट्रायल कराके जांच एजेंसियों ने क्या हासिल किया? हॉलीवुड मूवी the Truman show में एक शख्स Truman Burbank को दिखाया गया है जिसे पता नहीं है कि उसकी जिन्दगी दरअसल एक रियलिटी टीवी शो है जो चौबीसों घंटे सारी दुनिया में लाइव दिखाया जा रहा है। मौत के बाद सुशांत भारत का ट्रूमन शो बन गए हैं। न्यूज चैनल्स ने एक परिवार की त्रासदी को सस्पेंस थ्रिलर वाले डेली सोप में तब्दील कर दिया। कोरोना के साये में मनोरंजन तलाशते बेरहम, बेदर्द, बेदिल हिन्दुस्तान के पास लॉकडाउन में हर जगह सिनेमा, रेस्टोरेंट, बार, होटल हो न हो, हर घर के ड्राइंगरुम में टीवी से झांकता.. सुशांत है…और वो लड़की जिससे अगर जिंदा रहता तो नवंबर में सुशांत शादी करता अब क्रोमा टेक्स्ट बन कर रह गई है…लव सेक्स और धोखा, लुटेरी दुल्हन, काला जादू, ड्रग्स मंडली…
सुशांत का परिवार आज महज एक रुमाल बन कर रह गया है, जो सीबीआई, ईडी, एनसीबी, बीजेपी, जेडीयू और 24/7 न्यूज चैनल्स की बहती नाक पोछने के काम आ रहा है। हम सब ऐसे शानदार दौर में जी रहे हैं, जहां ड्रग्स सिर्फ लड़कियां लेती हैं और ईमानदारी सिर्फ उन अफसरों में बची रह गई है जिन पर रिश्वत लेने के इल्जाम लगते तो हैं, कोर्ट में साबित नहीं होते।
दीपिका, सारा, रकुल, श्रद्धा और रिया जैसे यंग एक्टर्स के मोबाइल से पर्सनल मैसेज पढ़ने की एनसीबी के अधेड़ अफसरों की बेताबी में अगर किसी को देश और बॉलीवुड को ड्रग्स से मुक्त करने का संकल्प और राष्ट्रभक्ति नजर आ रही है तो जरूर आप किसी और दुनिया में रहते हैं।
बीजेपी प्रचार कर रही है कि न भूले हैं न भुलने देंगे, और यही मीडिया भी कर रहा है। चौबीस घंटे का रियलिटी शो इसलिए नहीं चल रहा क्योंकि मीडिया वालों को सुशांत से कोई सहानुभूति है, ये इसलिए चल रहा है क्योंकि सरकार चाहती है कि कोरोना, प्रवासी मजदूर, बाढ़, जीडीपी, चीन और किसान कानून पर बात न हो।
जब रेखा के पति मुकेश अग्रवाल की मौत हुई थी तब सिने ब्लिज ने उन पर आर्टिकल छापा था…शीर्षक था …the black widow….तीस साल बाद भी न हमारा प्रेस बदला है न हम।