Land for Job : जांच एजेंसियों की अभी और बढ़ेगी दबिश, ED के रडार पर कई और रसूखदार
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राजद प्रमुख लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहने के दौरान जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में जांच एजेंसियों की दबिश अभी और बढ़ेगी। सीबीआई की जांच को आधार बनाकर इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी मनी लॉन्ड्रिंग केस दर्ज किया है। इसी कड़ी में 10 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय ने खुफिया सूचनाओं के आधार पर दिल्ली एनसीआर, पटना, मुंबई और रांची समेत 24 स्थानों पर तलाशी ली थी।
उक्त जांच में मिले सबूतों के आधार पर ईडी रत्न, आभूषण के क्षेत्र में काम करने वाली संस्थाओं पर शिकंजा कसने तैयारी में है। 10 मार्च की अपनी कार्रवाई के बाद सोमवार को ईडी ने इस बाबत आधिकारिक प्रेस बयान जारी किया। ईडी के बयान के मुताबिक, दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कालोनी के बंगले डी-1088 की जांच की गई। वह चार मंजिला बंगला मैसर्स एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर पंजीकृत है। इस कंपनी को ईडी ने बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की स्वामित्व कंपनी बताया है। यह बंगला महज चार लाख रुपये में खरीदने की बात कही जा रही है, जिसका वर्तमान मूल्य 150 करोड़ रुपये आंका गया है। ईडी का अंदेशा है कि इस संपत्ति को खरीदने में बड़ी मात्रा में अपराध की आय का उपयोग किया गया है।
बंगले की खरीद के लिए अपराध की आय का उपयोग करने के लिए रत्न और आभूषण क्षेत्र में काम करने वाली मुंबई स्थित कुछ संस्थाओं का उपयोग किया गया। इनके माध्यम से ब्लैकमनी को भी खपाया गया है। इसी को आधार बनाकर ईडी ने मुंबई में 10 मार्च को छापा भी मारा था। सूत्रों की माने तो इस बिंदु को आधार बनाकर जल्द ही संबंधित रत्न आभूषण के व्यवसाय से जुड़े कारोबारी और संस्थाओं से साक्ष्य जुटाने के लिए पूछताछ होगी। हालांकि, मसले पर प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं।
बता दें कि 10 मार्च को जिन 24 स्थानों पर ईडी ने छापा मारा, उन स्थानों से एक करोड़ रुपये की नकदी, 1900 अमेरिकी डालर, 540 ग्राम सोने की ईट, करीब डेढ़ किलो सोने के आभूषण, विभिन्न संपत्तियों के दस्तावेज, खरीद-बिक्री के दस्तावेज, परिवार के सदस्यों और बेनामीदारों के नाम पर विशाल भूमि बैंक और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण वगैरह बरामद किए गए थे।
Land for Job: Investigation agencies will increase further, many more influential people on ED’s radar