महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद बढ़ा, पत्थरबाजी-तोड़फोड़

कर्नाटक से सीमा विवाद के बीच महाराष्ट्र सरकार ने बड़ा फैसला किया है. महाराष्ट्र सरकार ने कर्नाटक के लिए बस सेवाएं रोक दी हैं. परिवहन की बसें महाराष्ट्र से कर्नाटक नहीं जाएंगी. महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शेखर चन्ने ने बताया कि कर्नाटक जाने वाले यात्रियों की सुरक्षा और उनकी संपत्ति को नुकसान से बचाने के लिए यह फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि परिवहन निगम ने पुलिस की सलाह के बाद बस सेवा रोकने का फैसला किया है.
ये फैसला तब लिया गया है जब महाराष्ट्र की ओर से कर्नाटक में प्रवेश करने वाले वाहनों पर पत्थरबाजी की घटना हुई. कर्नाटक के बेलगावी जिले के हिरेबागवाड़ी में एक टोल बूथ के पास ये पत्थरबाजी हुई. इस घटना के बाद उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) के कार्यकर्ताओं ने पुणे शहर के स्वरगेट इलाके में कर्नाटक राज्य परिवहन निगम की कम से कम तीन बसों पर काले और नारंगी रंग का पेंट छिड़क दिया. इन बसों पर ‘जय महाराष्ट्र’ के नारे भी लिख दिए.
इसके अलावा कर्नाटक में बेलगावी जिला प्रशासन ने सोमवार को महाराष्ट्र के दो मंत्रियों और नेताओं के शहर में प्रवेश पर रोक लगाने का आदेश जारी किया.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने हाल ही में महाराष्ट्र के अक्कलकोट और सोलापुर में कन्नड़ भाषी क्षेत्रों के विलय की मांग की थी और यह भी कहा था कि सांगली जिले के जाट तालुका के कुछ गांव कर्नाटक में शामिल होना चाहते हैं.
Maharashtra-Karnataka border dispute increased, stone-pelting-sabotage