महाराष्ट्र की सियासी लड़ाई पहुंची SC, आमने-सामने होंगे साल्वे और सिंघवी
महाराष्ट्र का राजनीतिक संग्राम अब सुप्रीम कोर्ट की दहलीज तक पहुंच गया है. शिवसेना के बागी शिंदे गुट की अर्जी पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. शिंदे गुट की तरफ से 15 विधायकों ने सर्वोच्च अदालत का रुख किया है. याचिका में खासतौर पर दो बातों का जिक्र है. पहला तो यह की विधायकों ने उन्हें अयोग्य ठहराने के डिप्टी स्पीकर के नोटिस को अवैध बताते हुए चुनौती दी है और दूसरा उन्होंने खुद के और परिवार के लिए कोर्ट से सुरक्षा मुहैया कराए जाने की मांग की है.
इस याचिका पर आज जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी पारदीवाला की अवकाशकालीन पीठ सुनवाई करेगी. महाराष्ट्र विधायिका सचिवालय ने शनिवार को शिंदे सहित 16 बागी विधायकों को ‘समन’ जारी कर 27 जून की शाम तक अयोग्य ठहराए जाने की शिकायतों का लिखित जवाब मांगा था. महाराष्ट्र विधान भवन के प्रधान सचिव राजेंद्र भागवत के हस्ताक्षर वाले, शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु द्वारा नामित 16 विधायकों को एक पत्र में समन भेजा गया था. आज सुप्रीम कोर्ट में शिंदे गुट की तरफ से दिग्गज वकील हरीश साल्वे केस की पैरवी करेंगे. वहीं, शिवसेना की ओर से भी वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी दलीलें देंगे.
महाराष्ट्र सरकार की तराफ से देवदत्त कामत तो वहीं डिप्टी स्पीकर की तरफ से एडवोकेट रवि शंकर जंध्याला केस लड़ेंगे. विधायकों की तरफ से 2 याचिकाएं लगाई गई हैं. सुनवाई में 7 पक्ष शामिल रहेंगे. इनमें डिप्टी स्पीकर, राज्य विधान सभा सचिव, महाराष्ट्र सरकार, अजय चौधरी (उद्धव की तरफ से विधायक दल के नए नेता), सुनील प्रभु (उद्धव सरकार के नए चीफ व्हिप), भारत संघ, डीजीपी महाराष्ट्र शामिल हैं.
Maharashtra’s political battle reaches SC, Salve and Singhvi will be face to face