कोलकाता के ‘एस्प्लानेड से हावड़ा’ तक हुगली नदी के नीचे मेट्रो दौड़ने के लिए तैयार
देश में पहली बार किसी भी नदी के नीचे बनी सुरंग से मेट्रो अपनी यात्रा शुरू करेगी. कोलकाता के एस्प्लानेड से हावड़ा मैदान तक मेट्रो सेवा का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी छह मार्च को करेंगे. हुगली नदी के नीचे बनी सुरंग कोलकाता मेट्रो के ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर का हिस्सा है, जो हावड़ा मैदान को एस्प्लेनेड से जोड़ती है. पीएम मोदी उसी दिन कोलकाता मेट्रो के कवि सुभाष-हेमंत मुखोपाध्याय और तारातला-माझेरहाट खंड का भी उद्घाटन करेंगे. इन अनुभागों का उद्देश्य सड़क यातायात को कम करना और निर्बाध, आसान और आरामदायक कनेक्टिविटी प्रदान करना है.
हावड़ा मैदान-एस्प्लेनेड मेट्रो लाइन भारत में किसी भी नदी के नीचे पहली सुरंग है, जबकि हावड़ा मेट्रो स्टेशन सबसे गहरा (सतह से 33 मीटर नीचे) मेट्रो स्टेशन है, जो देश में अपनी तरह पहला है. मेट्रो हुगली नदी के नीचे 520 मीटर की दूरी 45 सेकंड में तय कर लेगी. कोलकाता मेट्रो ने अप्रैल 2023 में उस समय इतिहास रचा, जब इसका रेक देश में पहली बार हुगली नदी के नीचे एक सुरंग से होकर गुजरा था.
हावड़ा मैदान मेट्रो स्टेशन भारत का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन भी है. हावड़ा मैदान और एस्प्लेनेड के बीच 4.8 किलोमीटर का विस्तार हावड़ा मैदान और आईटी हब साल्ट लेक सेक्टर V के बीच ईस्ट वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर का दूसरा खंड है. एस्प्लेनेड-सियालदह खंड पूर्व-पश्चिम खंड पूरा होने की प्रतीक्षा कर रहा है. पूर्व-पश्चिम खंड के पूरे मार्ग पर वाणिज्यिक परिचालन शुरू करने में देरी हो रही है, क्योंकि मध्य कोलकाता के बऊबाजार 31 अगस्त, 2019 को मेट्रो टनल निर्माण के दौरान जमीन धंस गई और कई इमारतें ढह गई थी.
वर्तमान ईस्ट-वेस्ट मेट्रो के तहत साल्ट लेक सेक्टर V से सियालदह तक सेवाएं चल रही हैं. ईस्ट वेस्ट मेट्रो की कुल 16.6 किमी लंबाई में से भूमिगत गलियारा हावड़ा मैदान और फूलबागान के बीच 10.8 किमी का है, जिसमें हुगली नदी के नीचे सुरंग है. शेष भाग एलिवेटेड कॉरिडोर है. कोलकाता मेट्रो रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने बताया, “यह हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कोलकाता के लोगों को एक उपहार है. इस उद्घाटन के साथ एक लंबे समय से प्रतीक्षित सपना साकार होने जा रहा है.”
प्रधानमंत्री पिंपरी-चिंचवड़ मेट्रो और निगड़ी के बीच पुणे मेट्रो रेल परियोजना चरण 1 के विस्तार की आधारशिला भी रखेंगे. पूर्वी रेलवे के सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी कोलकाता में 15,400 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उपहार देंगे.