मनी लॉन्ड्रिंग केस: ED की बड़ी कार्रवाई, NSE के एक और पूर्व CEO गिरफ्तार
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के पूर्व प्रबंध निदशेक (एमडी) एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रवि नारायण को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. संघीय जांच एजेंसी को-लोकेशन घोटाला मामले और कर्मचारियों के फोन अवैध तरीके से टैप करने के आरोपों से जुड़े दो आपराधिक मामलों के तहत नारायण की भूमिका की जांच कर रही है.
ऐसा समझा जाता है कि रवि नारायण को फोन टैप करने के मामले में धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया था. ईडी ने इससे पहले एनएसई की एक अन्य पूर्व एमडी एवं सीईओ चित्रा रामकृष्ण को कथित रूप से फोन टैप करने के मामले में गिरफ्तार किया था, जबकि मामले की समानांतर जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उन्हें को-लोकेशन मामले में गिरफ्तार किया था.
प्रवर्तन निदेशालय ने कथित अवैध फोन टैपिंग मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे को भी गिरफ्तार किया है. रवि नारायण को जांच एजेंसी ने दिल्ली में पूछताछ के लिए बुलाया था. सूत्रों का कहना है कि जांच एजेंसी के अधिकारियों द्वारा की गई जांच के दौरान रवि सहयोग नहीं कर रहे थे और उनके खिलाफ सबूतों के आधार पर उन्हें कल मंगलवार की शाम को गिरफ्तार कर लिया गया था. तत्कालीन मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि नारायण साल 1994 से 2013 के बीच कई पदों पर एनएसई से लगातार जुड़े रहे.
इससे पहले मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे को ईडी ने गिरफ्तार किया था. इस मामले में जांच एजेंसी ने एक अन्य एनएसई प्रमुख चित्रा रामकृष्ण से भी पूछताछ की थी. वह पहले से ही जांच एजेंसी की हिरासत में हैं.
ईडी ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी. इस मामले में, जांच एजेंसी ने नई दिल्ली स्थित आईएसईसी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के संतोष पांडे, आनंद नारायण, अरमान पांडे, मनीष मित्तल, नमन चतुर्वेदी (तत्कालीन वरिष्ठ सूचना सुरक्षा विश्लेषक) समेत कई अधिकारियों और निदेशकों के खिलाफ मामला दर्ज कर रखा है, जिसमें मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे, एनएसई के पूर्व प्रमुखों रवि नारायण और चित्रा रामकृष्ण के अलावा रवि वाराणसी (तत्कालीन कार्यकारी उप प्रमुख), महेश हल्दीपुर (तत्कालीन प्रमुख परिसर) और कई अज्ञात लोग भी शामिल हैं.
Money laundering case: Big action by ED, another former CEO of NSE arrested