अब हिंदी में भी होगी MBBS की पढ़ाई
मेडिकल एजुकेशन की पढ़ाई यानी एमबीबीएस या बीडीएस जैसे कोर्सेज को अब तक आपने इंग्लिश में पढ़ाते देखा होगा. मगर अब इसमें बदलाव होने वाला है. दरअसल, मध्यप्रदेश सरकार ने ऐलान किया है कि स्टूडेंट्स को अब इंग्लिश मीडियम के साथ-साथ हिंदी में भी मेडिकल कोर्सेज की पढ़ाई करवाई जाएगी. Medical Education in Hindi करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को MBBS Courses की हिंदी में किताबों का विमोचन किया. उन्होंने इसे एक ऐतिहासिक दिन भी बताया.
हिंदी में एमबीबीएस कराने को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का मानना है कि इसका मकसद दासता के साधन के रूप में इंग्लिश भाषा के इस्तेमाल को खत्म करना है. इससे हिंदी की स्थापना और स्टूडेंट्स में आत्मविश्वास पैदा करने में मदद मिलेगी. वर्तमान एकेडमिक सेशन (2022-23) से, गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी), भोपाल में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में हिंदी में मेडिकल एजुकेशन की पेशकश की जाएगी. इसके बाद इसे मध्यप्रदेश के 12 अन्य मेडिकल कॉलेजों में विस्तारित किया जाएगा.
एनाटॉमी, फिजियोलॉजी और बायोकैमिस्ट्री जैसे सब्जेक्ट्स में किताबों को तैयार किया गया है. MBBS की किताबों को 16 डॉक्टर्स की एक टास्क फोर्स द्वारा तैयार किया गया. इसके लिए 97 सब्जेक्ट एक्सपर्ट्स से सलाह ली गई. हिंदी की किताबों में साइंटिफिक बायोलॉजिकल टर्म्स को इंग्लिश के दर्ज पर ही लिखा गया है. समिति ने गैर-हिंदी भाषी राज्यों के लिए अलग-अलग राज्यों की मातृभाषा में किताबों को पब्लिश करने की भी सिफारिश की. केंद्र द्वारा पेश की गई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भी मातृभाषा को पढ़ाई की भाषा के रूप में बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है.
Now MBBS will be studied in Hindi also