‘मिर्जापुर-2’ के कुछ दृश्यों पर आपत्ति, मेकर्स को मिला नोटिस
हिंदी के मशहूर उपन्यासकार सुरेंद्र मोहन पाठक ने पॉपुलर वेब सीरीज ‘मिर्जापुर-2’ बनाने वालों को नोटिस भेजा है। उनका आरोप है कि “मिर्जापुर 2 के एक सीन में किरदार सत्यानंद त्रिपाठी हिंदी का जो उपन्यास पढ़ रहे हैं ‘धब्बा’वह उनका है, जो 2010 में प्रकाशित हुआ था। लेकिन इस पात्र ने जो कुछ भी कहा है वह उनके लिखे उपन्यास ‘धब्बा’में है ही नहीं। उस सीन को सीरीज से तत्काल हटाया जाए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो उन्हें मजबूरन सीरीज के लेखकों, निर्माताओं और अभिनेता के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू करनी पड़ेगी।
दरअसल, एपिसोड 3 में दिखाए गए इस सीन में सत्यानंद त्रिपाठी किताब पढ़ रहें होते हैं और जैसे ही उनकी बहू आती है, वह झटके से उसे छिपाने की कोशिश करते नजर आते हैं। सीरीज मिर्जापुर में पंकज त्रिपाठी, अखण्डानंद त्रिपाठी उर्फ कालीन भैया, मिर्जापुर शहर के मालिक हैं। गुड्डू पंडित के रूप में अली फजल अपने भाई बबलू (विक्रांत मैसी) और पत्नी स्वीटी (श्रिया पिलगांवकर) को खोने के बाद त्रिपाठियों से मिर्जापुर की गद्दी छीनना चाहते हैं।
हालांकि यह पहली बार नहीं है जब मिर्जापुर-2 विवादों में है। इससे पहले, मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इसकी शिकायत की थी। उन्होंने कहा था कि इस वेब सीरीज से मिर्जापुर को बदनाम करने की कोशिश की गई है। बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने भी सीरीज को अश्लील और मिर्जापुर की छवि खराब करने वाला बताया है।