बुद्ध के कदमों पर चल रहा है भारत – पीएम मोदी
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लॉकडाउन और कोरोना के दौर में, बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर एक वर्चुअल कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें दुनिया के कई बड़े नेता शामिल हुए। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हिस्सा लिया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने जहां भगवान बुद्ध की प्रासंगिकता पर जोर दिया, वहीं कोरोना से लड़ रहे योद्धाओं के प्रति भी आभार जताया।
पीएम के संबोधन की 10 अहम बातें
- ऐसे समय में जब दुनिया में उथल-पुथल है, कई बार दुख का भाव जब बहुत ज्यादा दिखता है। हताशा और निराशा के दौर में भगवान बुद्ध की सीख और भी प्रासंगिक हो जाती है।
- बुद्ध सिर्फ एक नाम नहीं हैं बल्कि एक पवित्र विचार भी हैं। जो प्रत्येक मानव के दिल में धड़कता है। मानवता का मार्गदर्शन करता है। बुद्ध त्याग, तपस्या और सेवा के पर्याय हैं।
- बुद्ध वो हैं तो स्वयं को तपाकर, खपाकर खुद को न्यौछावर करके पूरी दुनिया में आनंद फैलाने के लिए आए।
- भारत आज बुद्ध के कदमों पर चलकर हर किसी की मदद कर रहा है, फिर चाहे वो देश में हो या फिर विदेश में । इस दौरान लाभ-हानि को नहीं देखा जा रहा है।
- भारत नि:स्वार्थ भाव से अपने यहां भी और पूरे विश्व में कहीं भी संकट में घिरे व्यक्ति के साथ पूरी मजबूती के साथ लाभ-हानि, समर्थ-असमर्थ की चिंता नहीं कर रहा है।
- संकट की यह घड़ी सहायता करने की है। जितना संभव हो, मदद का हाथ आगे बढ़ाने की है।
- भारत ने हर जरूरतमंद तक पहुंचने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। हम प्रत्येक देशवासी का जीवन बचाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा भारत अपने वैश्विक दायित्यों का भी उतनी ही गंभीरता से पालन कर रहा है।
- बुद्ध का एक-एक वचन मानवता की सेवा में भारत की प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। इसी आत्मबोध के साथ भारत पूरी मानवता के लिए और विश्व के लिए काम कर रहा है और करता रहेगा। भारत की प्रगति विश्व की प्रगति में शामिल होगी।
- हम अपने आसपास ऐसे अनेकों लोगों को देख रहे हैं जो दूसरे की सेवा के लिए, किसी मरीज की इलाज के लिए, किसी गरीब को भोजन कराने के लिए, किसी अस्पताल में सफाई के लिए, किसी सड़क पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 24 घंटों काम कर रहे हैं। भारत में, भारत के बाहर ऐसा प्रत्येक व्यक्ति अभिनंदन का पात्र है।
- इस मुश्किल परिस्थिति में आप अपना, अपने परिवार का, जिस भी देश में आप हैं, वहां का ध्यान रखें, अपनी रक्षा करें और यथासंभव दूसरों की भी मदद करें।
दुनिया भर में कोविड-19 महामारी के प्रभाव के कारण बुद्ध पूर्णिमा समारोह एक वर्चुअल प्रार्थना दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बुद्ध पूर्णिमा समारोह में शामिल हुए।