RBI ने एक महीने में दूसरी बार बढ़ाया रेपो रेट

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गर्वनर शक्तिकांत दास ने बुधवार को रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट का इजाफा करने का ऐलान किया. इसके बाद रेपो रेट 4.40 प्रतिशत से बढ़कर 4.90 प्रतिशत हो गया. आरबीआई की तरफ से पिछले करीब एक महीने में रेपो रेट में दूसरी बार इजाफा किया गया. रेपो रेट बढ़ने के बाद होम लोन, पर्सनल लोन और कार लोन की ईएमआई बढ़ना लगभग तय है.
आरबीआई की तरफ से रेपो रेट में बदलाव करने से बैंकों की तरफ से लोन पर ब्याज दर बढ़ाने का रास्ता साफ हो गया है. रेपो रेट बढ़ने से आने वाले दिनों में आपके होम लोन, कार लोन की ईएमआई में बढ़ जाएगी. आरबीआई की तरफ से मौद्रिक समीक्षा नीति का ऐलान होने के बाद शेयर बाजार में गिरावट देखी गई. बुधवार सुबह हरे निशान के साथ खुला शेयर बाजार सुबह 10.30 बजे 55 हजार के नीचे पहुंच गया.
रेपो रेट बढ़ने का असर आपके होम लोन, कार लोन या अन्य किसी भी लोन पर पड़ेगा. यदि आपका पहले से लोन चल रहा है या आप लोन लेने वाले हैं तो आने वाले दिनों में बैंक की तरफ से ब्याज दर बढ़ने से EMI पहले के मुकाबले ज्यादा जाएगी. इसका असर नए और पुराने दोनों ग्राहकों पर होगा. आइये इसे आंकड़ों में समझते हैं.
अगर किसी ग्राहक ने 20 साल के लिए होम लोन लिया है। अब तक यदि आपके होम लोन की ब्याज दर 7.20 प्रतिशत है तो अब इसके बढ़कर 7.70 प्रतिशत होने की संभावना है. 30 लाख के लोन पर मौजूदा ब्याज दर से 20 साल के लिए हर महीने आप 23,620 रुपये की ईएमआई दे रहे हैं. लेकिन ब्याज दर में 0.50 प्रतिशत का इजाफा होने पर यह ईएमआई बढ़कर 24,536 रुपये हो जाएगी. यानी हर महीने 916 रुपये ज्यादा चुकाने होंगे. इस हिसाब से हर साल करीब 10992 रुपये देने होंगे.
जिस रेट पर आरबीआई की तरफ से बैंकों को लोन दिया जाता है, उसे रेपो रेट कहा जाता है. रेपो रेट बढ़ने का मतलब है कि बैंकों को आरबीआई से महंगे रेट पर कर्ज मिलेगा. इससे होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन आदि की ब्याज दर बढ़ जाएगी, जिससे आपकी ईएमआई पर सीधा असर पड़ेगा.
RBI increased repo rate for the second time in a month