ममता सरकार में बगावत! चार मंत्री कैबिनेट बैठक से नदारद
पश्चिम बंगाल में राजनितिक माहौल गरम हो रहा है। दरअसल 2021 में होने वाले बंगाल विधानसभा चुनावों को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। बीजेपी राज्य में कुल 294 सीटों में से पार्टी के लिए 200 सीटें जीतने तथा राज्य में सत्ता में आने का लक्ष्य निर्धारित किया है। कुछ दिनों पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल का दौरा किया था। इससे पहले पीएम मोदी भी वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन कर चुके है।
इस बीच अब पश्चिम बंगाल की ममता सरकार में बगावत के सुर सुनाई दे रहे हैं। दरअसल, राज्य सचिवालय में बुधवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई गई। इस बैठक में चार मंत्री अनुपस्थित रहे। बैठक में भाग नहीं लेने वाले मंत्रियों में शुभेंदु अधिकारी, राजीव बनर्जी, गौतम देव और रवींद्रनाथ घोष शामिल थे। गौतम देव के अनुपस्थित रहने का कारण कोरोना से संक्रमित होना रहा। वहीं, रवींद्रनाथ घोष बीमारी के चलते बैठक में भाग नहीं ले पाए।
सवाल उठ रहा है कि बाकी दो मंत्री शुभेंदु अधिकारी और राजीव बनर्जी बैठक में क्यों नहीं मौजूद रहे। बताया गया है कि मंत्री शुभेंदु अधिकारी कई माह से तृणमूल पार्टी से नाराज चल रहे हैं। वहीं, राजीव बनर्जी को शुभेंदु का करीबी माना जाता है। हालांकि इन दोनों नेताओं ने बैठक में भाग नहीं लेने को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है।
सीएम ममता के भतीजे और सांसद अभिषेक बनर्जी और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने हाल के दिनों में मंत्री राजीव बनर्जी, अरूप रॉय और लक्ष्मी रतन शुक्ला के साथ एक बैठक की थी। इस बैठक का उद्देश्य नाराज नेताओं को मनाना था। ऐसे में जब बुधवार को कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई और उसमें राजीव बनर्जी शामिल नहीं हुए तो सवाल उठाना लाजमी है।