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रूस ने यूक्रेन पर किया बड़ा हमला, देशभर में दागीं 100 मिसाइलें

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रूस ने यूक्रेन पर किया बड़ा हमला, देशभर में दागीं 100 मिसाइलें

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खेरसॉन से अपना कब्जा गंवाने के बाद बौखलाए रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर हवाई हमले तेज कर दिए हैं. मंगलवार को कीव की दो आवासीय इमारतों को निशाना बनाते हुए मिसाइल हमले किए गए हैं. हमले के बाद शहर में खतरे के सायरन भी बचने लगे. रूसी सैनिकों के खेरसॉन से बाहर निकलने के बाद रूस की ओर से ये सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है. इस हमले की जानकारी देते हुए कीव के मेयर विटाली क्लिट्सको ने सोशल मीडिया पर एक बयान में कहा “राजधानी पर हमला हुआ है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, पेचेर्सक जिले में दो आवासीय इमारतों को निशाना बनाया गया है. एयर डिफेंस सिस्टम ने कई मिसाइ को मार भी गिराया है. हमले के बाद मेडिकल और रेस्क्यू टीम मौके पर मौजूद है.

इस बीच यूकेनी वायुसेना के प्रवक्ता ने दावा किया है कि रूस ने देशभर में किए हमलों में लगभग 100 मिसाइल दागीं हैं. अधिकारियों के मुताबिक रूस ने मंगलवार को यू्क्रेन पर भीषण हवाई हमला किया जिसके बाद यूक्रेनी अधिकारियों ने आपातकालीन बिजली आपूर्ति बंद करने (ब्लैकआउट) की घोषणा की. रूस ने ऊर्जा और अन्य प्रतिष्ठानों पर हमला किया जिसके तुरंत बाद राजधानी कीव सहित अन्य स्थानों पर बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई. यूक्रेन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्थिति को ‘गंभीर’ बताया और देशवासियों से बिजली के उपयोग में कटौती करने का आग्रह किया. बिजली प्रदाता कंपनी डीटीईके ने राजधानी में आपातकालीन ब्लैकआउट की घोषणा की. अधिकारियों ने अन्य जगहों पर भी इसी तरह के कदमों की घोषणा की है.कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने कहा कि शहर में एक आवासीय इमारत में एक शव मिला है.

वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने मंगलवार को दक्षिणी शहर खेरसॉन पर दोबारा कब्जे की तुलना ‘डी-डे’ से की जब द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान मित्र देशों की सेनाएं फ्रांस में उतरी थी. उन्होंने कहा कि दोनों घटनाएं अंतरिम रूप से विजय दिलाने के लिहाज से निर्णायक हैं. इंडोनेशिया में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में जेलेंस्की ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हिस्सा लिया. उन्होंने इस सम्मेलन में कहा कि आठ महीने बाद रूस के कब्जे से खेरसॉन की आजादी अतीत के कई युद्धों का स्मरण कराती है, जो युद्ध में निर्णायक साबित हुए.

उन्होंने कहा, उदाहरण के लिए यह ‘डी-डे’ जैसा है। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान इसी दिन (6 जून, 1944) को मित्र देशों की सेना फ्रांस के नॉरमंडी पर उतरी थी. यह बुराई के खिलाफ जंग में अंतिम पड़ाव नहीं था, लेकिन इसने पूरे घटनाक्रम का भविष्य पहले ही तय कर दिया. बिल्कुल ऐसा ही अभी हम महसूस कर रहे हैं. यू्क्रेन-रूस में युद्ध छिड़े करीब नौ महीने हो चुके हैं, ऐसे में खेरसॉन पर फिर से कब्जे को यूक्रेन की सबसे बड़ी जीत माना जा रहा है.

Russia launched a major attack on Ukraine, fired 100 missiles across the country

Asit Mandal

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