मेडिकल स्टूडेंट्स को झटका! एडमिशन से पहले बढ़ी कोर्सेज की फीस

मेडिकल यूजी एडमिशन से पहले महाराष्ट्र में स्टूडेंट्स को बड़ा झटका लगा है. दरअसल, फीस रेगुलेटरी अथॉरिटी (FRA) ने अकेडमिक ईयर 2022-23 के लिए राज्यभर के विभिन्न Private Medical Colleges द्वारा पेश किए जाने वाले ग्रेजुएट (UG) कोर्सेज की फीस को बढ़ाने की मंजूरी दी है. FRA द्वारा जारी किए गए नोटिफिकेशन के मुताबिक, आठ अक्टूबर को हुई बैठक के बाद प्राइवेट कॉलेजों में यूजी मेडिकल कोर्स की फीस को मंजूरी दी गई. एडमिशन से पहले मेडिकल कोर्सेज की फीस का बढ़ना स्टूडेंट्स के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है.
कुछ छोटे बदलावों के साथ प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों का फीस स्ट्रक्चर पिछले साल की तुलना में एक समान ही है. केजे सोमैया मेडिकल कॉलेज, सायन की फीस स्ट्रक्चर 10 लाख रुपये प्रति वर्ष से बढ़ाकर 11.27 लाख रुपये प्रति वर्ष कर दिया गया है. वहीं, अहमदनगर में पद्मश्री डॉ विट्ठलराव वाइके पाटिल मेडिकल कॉलेज का फीस स्ट्रक्चर 9.8 लाख रुपये प्रति वर्ष से 11 लाख रुपये प्रति वर्ष हो गया है. नागपुर के एनकेपी साल्वे इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर की फीस भी 10.6 लाख रुपये प्रति वर्ष से बढ़कर 11.6 लाख रुपये हो गई है.
हालांकि, प्रकाश इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च, सांगली ने अपनी फीस में कटौती की है. मेडिकल कॉलेज ने अपनी फीस को 8.4 लाख रुपये प्रति वर्ष से घटाकर 4.8 रुपये प्रति वर्ष कर दिया है. पुणे में काशीबाई नवले मेडिकल कॉलेज और नासिक में एमवीपीएस वसंतराव पवार मेडिकल कॉलेज ने अपने फीस स्ट्रक्चर में मामूली बदलाव किए हैं, जबकि चिपलून के बीकेएल वालावलकर मेडिकल कॉलेज और नवी मुंबई के टेरना मेडिकल कॉलेज ने फीस स्ट्रक्टर में कोई बदलाव नहीं किया है.
Shock to medical students! Fees of courses increased before admission