समाजवादी पार्टी को झटका, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष का दर्जा छिना
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यूपी विधान परिषद में अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी को झटका लगा है. विधान परिषद में सपा की नेता प्रतिपक्ष की मान्यता खत्म हो गई है. 100 सदस्यों वाली विधान परिषद में 10 फीसदी से अधिक सदस्य रहने पर नेता प्रतिपक्ष पद होता है. लेकिन अब समाजवादी पार्टी के 9 सदस्य रह गए हैं. उत्तर प्रदेश में 6 जुलाई को विधान परिषद के 12 सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो गया. इनमें से छह समाजवादी पार्टी के थे. इसके अलावा तीन बहुजन समाज पार्टी, दो भारतीय जनता पार्टी और एक कांग्रेस का सदस्य था.
विधान परिषद के प्रमुख सचिव डा. राजेश सिंह ने गुरुवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। लाल बिहारी इसी साल 27 मई को नेता प्रतिपक्ष बनाए गए थे।
मात्र 41 दिन नेता प्रतिपक्ष रहे लाल बिहारी : विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष के पद पर समाजवादी पार्टी के लाल बिहारी यादव को सबसे कम समय मिला। उन्हें केवल 41 दिन का कार्यकाल मिला है। 27 मई को नेता प्रतिपक्ष बने लाल बिहारी यादव को गुरुवार को हटा दिया गया। इससे पहले नेता प्रतिपक्ष रहे डा. संजय लाठर को 60 दिनों का कार्यकाल मिला था। इस साल 28 मार्च को नेता प्रतिपक्ष बने संजय लाठर का कार्यकाल 26 मई को समाप्त हो गया था।
Shock to Samajwadi Party, lost the status of Leader of Opposition in Legislative Council