श्रद्धा केस : सलाखों के पीछे बंद आफताब पुलिस को कर रहा गुमराह

श्रद्धा वॉकर मर्डर केस में गिरफ्तार आफताब ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है, लेकिन वो लगातार पुलिस को गुमराह कर रहा। मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली पुलिस मुख्यालय इस केस की जांच ज्वाइंट सीपी की निगरानी में करवा रहा, ताकि उसको सजा दिलाने में कोई कसर ना छूटे। वहीं इस मामले में मंगलवार को महरौली पुलिस स्टेशन में एक हाईलेवल मीटिंग हुई। जिसमें ज्वाइंट सीपी, डीसीपी, एसीपी, एसएचओ शामिल थे।
जानकारी के मुताबिक आफताब पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। इस वजह से उससे सभी अधिकारी बारी-बारी पूछताछ कर रहे। साथ ही पुलिस की कोशिश है कि उसके खिलाफ ज्यादा से ज्यादा स्ट्रांग सबूत इकट्ठा किए जाएं। मंगलवार को महरौली में हुई मीटिंग में ज्वाइंट सीपी साउथ मीनू चौधरी, एडिशनल डीसीपी अंकित चौहान समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने अभी तक की जांच की समीक्षा की और आगे की रूप रेख तैयार की गई।
दिल्ली पुलिस से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि आफताब अभी 17 नवंबर तक कस्टडी में रहेगा। उससे वरिष्ठ अधिकारी पूछताछ कर रहे, लेकिन वो पूरा सच नहीं बता रहा। कुछ चीजों को बताने में वो आनाकानी कर रहा। जिससे ऐसा लग रहा कि वो पुलिस को गुमराह कर रहा।
पुलिस टीम आरोपी को उन जगहों पर लेकर जा रही, जहां पर उसने श्रद्धा के बॉडी के टुकड़े फेंके थे। अभी तक 12 टुकड़े बरामद हुए हैं। ये वारदात मई में हुई थी, ऐसे में ये कंफर्म नहीं हो पाया है कि ये टुकड़े श्रद्धा के हैं या फिर किसी और शख्स के। इस परेशानी से निपटने के लिए फॉरेंसिक टीम श्रद्धा के पिता के डीएनए से उनकी पहचान करेगी। वहीं दूसरी ओर आफताब डेटिंग ऐप के जरिए कई अन्य लड़कियों के भी संपर्क में था, ऐसे में उस ऐप से आफताब से जुड़ा डेटा मांगा गया है।
Shraddha case: Aftab behind bars is misleading the police