इराक में श्रीलंका जैसी हालत, राष्ट्रपति भवन पर कब्जा-सड़कों पर उत्पात
श्रीलंका की तर्ज पर इराक में भी भारी विरोध-प्रदर्शन जारी है. इराक के प्रभावशाली शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर की ओर से सोमवार को राजनीति से हटने के ऐलान के बाद उनके सैकड़ों समर्थक सरकारी महल में घुस गए और वहां पर जमकर उत्पात मचाया. लोगों ने स्वीमिंग पुल में मस्ती की और पूरे महल में बड़ी संख्या में इधर-उधर दौड़ते दिखे. वहां पर गृह युद्ध जैसे हालात हो गए हैं.
इराक में अल-सदर के समर्थकों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़प हुई जिसमें 20 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई. इराक की सेना ने बढ़ते तनाव को शांत करने के उद्देश्य से सोमवार को शहर भर में कर्फ्यू की घोषणा कर दी. इराक के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कदीमी ने कैबिनेट का सत्र निलंबित कर दिया. चिकित्सा अधिकारियों ने कहा कि शिया धर्मगुरु की घोषणा के बाद विरोध प्रदर्शनों के दौरान दंगा रोधी पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी, आंसू गैस के गोले छोड़ने से दर्जनों लोग घायल हो गए. स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, रात के समय अल-सदर के समर्थक और पुलिस में झड़प शुरू हो गई और इस दौरान गोलीबारी में एक महिला घायल भी हो गई.
मशीन गन की आवाजें पूरे मध्य बगदाद में गूंजती रही. सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि झड़प में मोर्टार और रॉकेट चालित ग्रेनेड का इस्तेमाल किया गया. राष्ट्रपति भवन पर कब्जा जमाने के बाद लोगों ने वहां पर जमकर उत्पात मचाया.
Sri Lanka-like condition in Iraq, Rashtrapati Bhavan occupied – street riots