टमाटर और प्याज की कीमत ने बिगाड़ा रसोई का बजट, सब्जियों के दाम भी बढ़े

रसोई गैस, सरसों के तेल की आसमान छूती कीमतों के बीच अब टमाटर और प्याज की कीमतें किचन का बजट बिगाड़ रही हैं. देश में प्याज की खुदरा कीमतें 50-60 रुपये प्रति किलो और टमाटर की कीमतें 70-80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं. ईंधन की लगातार बढ़ती कीमतों और मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में हुई भारी बरसात से फसल को हुए नुकसान के कारण टमाटर और प्याज की कीमतें आसमान पर पहुंच गई हैं.
“मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में मानसून के दौरान भारी बारिश हुई, जिसने टमाटर की फसलों के साथ-साथ खेतों में सब्जियों को भी नुकसान पहुंचाया. इससे आपूर्ति में कमी आई जबकि मांग वही रही. इससे दाम बढ़ गए.” एक महिला ग्राहक ने बताया, “सब्ज़ियां पहले से काफ़ी महंगी हो गई हैं. तरोई, भिंडी, आलू, प्याज और सभी सब्ज़ियों के दाम पहले से ज़्यादा बढ़ गए हैं.”
पिछले कुछ महीनों में डीजल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी के कारण विभिन्न राज्यों से दिल्ली तक सब्जियों की परिवहन लागत में 18 फीसदी तक की वृद्धि हुई है. सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि ट्रांसपोर्टर अधिक शुल्क ले रहे हैं और व्यापारियों के पास बढ़ी हुई परिवहन लागत को बैलेंस करने के लिए उत्पादों को उच्च दरों पर बेचने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है.”
प्याज, टमाटर सहित अन्य सब्जियों के दामों में अगले महीने से गिरावट हो सकती है. टाइम्स ऑफ इंडिया ने एक सब्जी व्यापारी के हवाले से कहा, लोग अगले महीने से कीमतों में राहत की उम्मीद कर सकते हैं. नई फसल नवंबर से बाजार में उपलब्ध होने की संभावना है, जिससे टमाटर और प्याज की कीमतों में गिरावट आएगी.”
The price of tomatoes and onions spoiled the budget of the kitchen, the prices of vegetables also increased