उद्धव कैबिनेट की बैठक आज, क्या कुर्सी बचा पाएंगे सीएम ठाकरे
महाराष्ट्र की राजनीति में मंगलवार को उस समय बड़ा मोड़ आ गया जब MLC चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने के बाद शिवसेना के वरिष्ठ नेता और मंत्री एकनाथ शिंदे पार्टी के कई विधायकों के साथ बागी हो गए. दावा किया गया कि उनके साथ शिवसेना के 33 विधायक हैं. हालांकि देर रात एक सूची सामने आई, जिसमें शिवसेना के 33 विधायकों और सात अन्य विधायकों के नाम शामिल थे.
वहीं दिनभर इस घटना को लेकर बैठकों का दौर चलता रहा है. उधर बागियों के साथ सूरत के एक होटल में ठहरे शिंदे से मिलने के लिए शिवसेना ने मिलिंद नार्वेकर और रवींद्र पाठक को भेजा. वहां करीब दो घंटे तक वार्ता चली. इस दौरान मिलिंद ने उद्धव ठाकरे से शिंदे की फोन पर बात करवाई. इस दौरान शिंदे ने उद्धव से कहा कि अगर वह बीजेपी के साथ गठबंधन करने को तैयार हैं तो पार्टी नहीं टूटेगी.इसके बाद शाम को उद्धव ठाकरे के घर पर महा विकास अघाड़ी की समन्वय बैठक हुई, जिसमें शामिल शिवसेना के सभी विधायकों को बैठक के बाद वर्ली के एक होटल में शिफ्ट कर दिया गया. उद्धव ठाकरे ने अब बुधवार को दोपहर एक बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई है.
उद्धव दिनभर विधायकों के साथ होने का दावा करते रहे वहीं मंगलवार देर रात उनकी सरकार में शामिल राज्य मंत्री बच्चू कडू और राजेंद्र पाटिल भी सूरत पहुंच गए. बता दें कि बच्चू की अपनी पार्टी है जिसे प्रहार कहा जाता है और येद्रावकर निर्दलीय विधायक हैं जो शिवसेना का समर्थन करते हैं. सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुझे विश्वास है कि वह मेरी बात सुनेंगे. सभी विधायक जल्द ही साथ होंगे. राकांपा-कांग्रेस हमारे साथ हैं. वहीं उन्होंने बताया कि शिंदे से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी शिवसेना और उसके कार्यकर्ताओं को परेशान कर रही है. उनका बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं हो सकता है.
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने महाराष्ट्र के राजनीति संकट को लेकर कहा कि महाराष्ट्र से उद्धव सरकार के जाने का समय आ चुका है. शिवसेना के लोग चाहते थे कि बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई जाए लेकिन ऐसा हुआ नहीं इसलिए शिवसेना के बहुत सारे विधायकों ने उनके खिलाफ जाने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में बहुत जल्द देवेंद्र फडणवीस की सरकार बनने वाली है. एकनाथ शिंदे को साथ लेकर बीजेपी सरकार बना सकती है.
बगावत के बाद शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को विधायक दल के नेता पद से बर्खास्त कर दिया. इसके बाद अजय चौधरी को विपक्ष का नेता चुन लिया गया. वहीं शिंदे ने अपने खिलाफ हुई इस कार्रवाई को लेकर उद्धव ठाकरे से नाराजगी भी जताई है. महाराष्ट्र की विधानसभा में कुल 288 सदस्य हैं, इसके लिहाज से सरकार बनाने के लिए 145 विधायक चाहिए. शिवसेना के एक विधायक का निधन हो गया है, जिसके चलते अब 287 विधायक बचे हैं और सरकार के लिए 144 विधायक चाहिए. बगावत से पहले शिवेसना की अगुवाई में बने महा विकास अघाड़ी के 169 विधायकों का समर्थन हासिल था जबकि बीजेपी के पास 113 विधायक और विपक्ष में 5 अन्य विधायक हैं.
Uddhav cabinet meeting today, will CM Thackeray be able to save the chair