यूक्रेन जंग में 5.16 करोड़ से अधिक लोग आ गए गरीबी रेखा के नीचे

रूस-यूक्रेन युद्ध के 135 दिन हो रहे हैं. रूसी सेना ने गुरुवार को खार्कीव शहर पर लंबी दूरी की गोलाबारी तेज कर दी है. यूक्रेन में विद्रोहियों के दावे वाले प्रांत दोनेस्क में पिछले 24 घंटे से जारी गोलाबारी के कारण 8 लोग मारे गए, जबकि 25 अन्य घायल हो गए हैं.
यूनाइटेड नेशंन्स (UN) की लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, 24 फरवरी से अब तक अब तक 90 लाख से ज्यादा यूक्रेनी बेघर हो चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) ने एक रिपोर्ट में कहा, यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद खाद्य पदार्थों और ऊर्जा की कीमतों में भारी वृद्धि के कारण दुनिया में 7.1 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा के नीचे चले गए हैं. दूसरी तरफ, रूस समर्थक अलगाववादियों ने कहा कि यूक्रेनी सेना के हमले में उनके चार नागरिक भी मारे गए हैं. खार्कीव में रूसी सेना बहुत तेजी से प्रहार कर रही है.
इस बीच यूएनडीपी का अनुमान है कि युद्ध शुरू होने के बाद पहले तीन महीनों में 5.16 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा के नीचे आ गए और वे प्रति दिन 1.90 डॉलर या उससे भी कम पैसे में जीवन यापन कर रहे हैं. इसके साथ ही विश्व की कुल आबादी का करीब नौ फीसदी हिस्सा गरीबी रेखा के नीचे हो गया. करीब दो करोड़ लोग रोजाना 3.20 डॉलर से कम पैसे में जीवन गुजार रहे हैं.
माना जा रहा है कि रूसी सैनिक आगामी सप्ताहों में दोनेस्क के क्रामातोर्स्क शहर पर कब्जा कर सकते हैं. पिछले कुछ दिनों में शहर से अधिकांश नागरिक बाहर आ गए हैं. उधर, रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि उसने दो अमेरिका निर्मित उन्नत रॉकेट सिस्टम और दोनेस्क में उनके गोला-बारूद का डिपो नष्ट कर दिया है. हालांकि, यूक्रेन ने इससे इनकार किया है.
4 महीनों से ज्यादा समय से जारी जंग में राष्ट्रपति पुतिन के बयानों से रूस की मंशा साफ नजर आती है. अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने पश्चिमी देशों को सीधे जंग में शामिल होने का चैलेंज दे दिया है. पुतिन ने कहा- अगर पश्चिमी देश यूक्रेन का साथ देना चाहते है तो हमारे खिलाफ जंग में शामिल हो जाएं.
Ukraine war brought more than 5.16 crore people below poverty line