यूपी : डेंगू ने तोड़ा 8 साल का रिकॉर्ड, महीने भर में दोगुने हुए मरीज
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यूपी में जीका के मामले सामने आने के बाद प्रशासन हाई अलर्ट पर है लेकिन डेंगू (UP Dengue Cases) के मामले भी रिकॉर्ड बना रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार महीने भर में प्रदेश में डेंगू के मरीज दोगुने हो गए हैं। डेंगू के सबसे ज्यादा 5000 से अधिक केस फिरोजाबाद से सामने आए हैं जबकि लखनऊ इस मामले में दूसरे नंबर पर है। हालांकि सरकार कह रही है कि ये महामारी की स्थिति नहीं है और फिलहाल सब नियंत्रण में है। सरकारी रिकॉर्ड में डेंगू से प्रदेश में अब तक आठ लोगों की मौत हुई है।
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को कहना है कि एक दशक में पहली बार इस साल सर्वाधिक 27 हजार से अधिक डेंगू के मरीज मिले हैं। जबकि वर्ष 2017 में 197 और वर्ष 2018 में 210 डेंगू मरीज मिले थे। चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना है कि फागिंग के बजाय लार्वा नियंत्रण और मच्छरदानी प्रयोग पर जोर देना होगा।
लोगों की जांच और उपचार करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने राजपुरा, खजूरी अकबरपुर, घोघरेकी, रंगैल, आभा, माल्ली, छाजपुरा, अनंतमऊ और नगर क्षेत्र में कृष्णा कुंज में शिविर लगाए गए। इनमें 48 रोगियों का उपचार किया गया। जबकि 17 बुखार के रोगी मिले। 827 घरों का सर्वे कर 3573 लोगों को स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी गई।
शुरू में ध्यान नहीं देने से फैला डेंगू
“शुरुआती दिनों में पूरी टीम कोविड नियंत्रण में लगी रही। डेंगू पर ध्यान नहीं दिया गया। जब यह बीमारी बढ़ी तो नियंत्रित करने की रणनीति अपनाई गई। इसी चूक का नतीजा है कि डेंगू लगातार फैल रहा है। स्वास्थ्य विभाग का फागिंग करने पर जोर है। जबकि डेंगू से बचाव के लिए एंटी लार्वा दवाओं का छिड़काव होना चाहिए। परिवार के एक भी सदस्य को बुखार आता है तो उसे मच्छरदानी में रखा जाए। इससे डेंगू का प्रसार कम होगा”, डॉ. बद्री विशाल, पूर्व महानिदेशक, स्वास्थ्य विभाग, ने कहा।
UP: Dengue breaks 8-year record, patients doubled in a month