अमेरिका ने भारत के H&L वीजा के 1 लाख आवेदन किए स्वीकार
अमेरिकी सरकार की ओर से उन भारतीयों को बड़ी राहत मिली है जो लंबे वक्त से वर्किंग वीजा के लिए इंतजार कर रहे थे. अमेरिका में काम करने वाले भारतीयों के वीजा के आवेदन को अमेरिकी दूतावास ने स्वीकार किया है. यह जानकारी दूतावास की ओर से शुक्रवार को एक ट्वीट जारी करके दी गई है. दूतावास ने एक लाख से अधिक अपॉइनमेंट स्वीकार किये हैं. पिछले महीने भारतीय विदेश मंत्री अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ मुलाकात कर यह मुद्दा उठाया था. जिसके बाद उन्होंने आश्वासन दिया था कि जल्द ही इस समस्या का हल होगा.
भारत में अमेरिकी दूतावास ने ट्वीट में लिखा है कि, ‘रोजगार आधारित वीजा की हाई डिमांड के चलते, यूएस मिशन टू इंडिया ने हाल ही में H&L वीजा कर्मचारियों और उनके परिवारों को 1 लाख से अधिक अपॉइनमेंट दिए हैं. ‘ इसके आगे यूएस एंबेसी ने लिखा है कि, ‘हजारों आवेदनकर्ताओं ने पहले ही अपॉइनमेंट बुक कर लिए हैं हमने मिशन इंडिया के चलते पहली बार अपॉइनमेंट और इंटरव्यू वेवर में लगने वाला समय आधा कर दिया है. यह बड़ी मात्रा में स्वीकार किए गए अपॉइनमेंट H&L कर्मचारियों के लिए हमारी प्रतिबद्धता दिखाती है.’
दूतावास ने एक के बाद एक तीन ट्वीट में यह जानकारी दी है. एंबेसी ने तीसरे ट्वीट में लिखा, ‘वास्तव में, 2022 के पहले नौ महीनों में, यूएस मिशन टू इंडिया ने पहले ही 160,000 से अधिक H&L वीज़ा जारी किए हैं. हम संसाधनों की अनुमति के अनुसार आगे भी H&L कर्मचारियों को प्राथमिकता देना जारी रखेंगे।’
इससे पहले पिछले महीने विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ बातचीत में भारत से अमेरिकी वीजा आवेदनों के काफी संख्या में पेंडिंग होने का मुद्दा उठाया था. इस मसले पर शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि वह इस मामले के प्रति संवेदनशील हैं, और इसे सुलझाने के लिए उनके पास योजना है.
इस बातचीत के दौरान ब्लिंकन ने भारतीय नागरिकों के वीजा आवेदनों के देरी होने के लिए कोविड-19 महामारी को जिम्मेदार ठहराया है. अमेरिका की ओर से मार्च 2020 में कोरोना महामारी के कारण दुनिया भर में लगभग सभी वीजा आवेदनों पर आगे बढ़ने की प्रक्रिया को रोकने के बाद अमेरिकी वीजा सेवाएं अब लंबित आवेदनों को सुलझाने की कोशिश कर रही हैं.
US accepts 1 lakh applications for India’s H&L visa