अफगानिस्तान को लेकर भारत सरकार की क्या है राय? जानें विदेश मंत्रालय द्वारा कहे गए प्रमुख बिंदुओं को
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अफगानिस्तान में नई सरकार को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को कहा कि वहां किस तरह की सरकार बन सकती है, इसके बारे में हमें कोई विस्तार से जानकारी नहीं है। साथ ही कहा कि सरकार बनने के समारोह में तालिबान की तरफ से अभी कोई निमंत्रण की जानकारी नहीं है। वहीं क्या भारत तालिबान के साथ और बैठकें करेगा, इस संबंध में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इस बार में उनके पास शेयर करने के लिए कोई नई जानकारी नहीं है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची द्वारा कहे गए प्रमुख बिंदुएं –
- अफगानिस्तान से बाकी भारतीयों को वापस लाने के मुद्दे पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि एक बार काबुल हवाई अड्डे पर परिचालन शुरू हो जाए तो हम इस मुद्दे पर दोबारा गौर कर सकेंगे।
- विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत का उद्देश्य है कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल किसी भी तरह की आतंकी गतिविधि के लिए न हो।
बताया गया है कि तालिबान की तरफ से नई सरकार को बनाने की रूपरेखा पर काम हो रहा है। इसके लिए काबुल स्थित राष्ट्रपति भवन में भव्य समारोह के लिए तैयारियां जोरो-शोरों पर हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, तालिबान की नई सरकार के गठन के मौके पर भारत समेत कई देशों के प्रमुखों को न्योता भेजा जाने वाला है। कतर में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के डिप्टी प्रमुख शेर अब्बास स्तानिकजई ने इस बात की पुष्टि की कि नई सरकार में सभी अफगान जातीय समूहों का प्रतिनिधित्व होगा। उन्होंने कहा, जिन लोगों ने 2001 में अमेरिकी कब्जे के बाद कैबिनेट में सेवाएं दीं, उन्हें नई कैबिनेट में जगह नहीं दी जाएगी।
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