कोरोना से बचने के लिए हेल्थ वर्कर्स को कौन सी दवा दी जा रही है?
12 अप्रैल तक दुनिया भर में 22 हजार से ज्यादा हेल्थ वर्कर्स ( डॉक्टर, नर्स, पारामेडिक, सपोर्ट स्टाफ) कोरोना संक्रमण के शिकार हो चुके हैं। भारत में अब तक हेल्थ वर्कर संक्रण के सौ से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। ताजा मामला दिल्ली के मैक्स अस्पताल का है जहां 33 हेल्थ वर्कर कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। इनमें दो डॉक्टर भी शामिल हैं।
ICMR –इंडियन काउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने इसके लिए हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन दवा का सुझाव दिया है।
ये दवा किन्हें दी जा सकती है ?
- जो हेल्थ वर्कर कोरोना के कन्फर्म्ड या संदिग्ध मरीजों की देखभाल कर रहे हैं और इनमें खुद अब तक कोरोना का कोई लक्षण नहीं हैं
- जिनको कोरोना हो गया है, उनके संपर्क में आने वाले घर के सभी लोग
Hydroxy chloroquine की कितनी डोज देनी है?
एसिमटोमैटिक हेल्थ वर्कर्स के लिए जो संदिग्ध या कन्फर्म्ड कोरोना मरीजों की देखभाल में हैं
पहला दिन 400 mg की गोली दिन में दो बार
अगले सात हफ्ते तक हफ्ते में एक गोली ( खाना खाने के बाद)
कोरोना मरीज के संपर्क में आए घर के लोग
पहला दिन 400 mg की गोली दिन में दो बार
अगले तीन हफ्ते तक 400 mg हफ्ते में एक गोली ( खाना खाने के बाद)
किन्हें ये दवा नहीं दी जानी है?
- 15 साल से कम उम्र के बच्चों और किशोरों को
- जिन्हें retinopathy( आंख के रेटिना की एक बीमारी) हो, या जिन्हें hydroxychloroquine या 4 aminoquinoline compounds से hypersensitivity हो।
सावधानी
- ये दवा सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर लें, अपनी मर्जी से नहीं
- अगर दवा लेने के बाद किसी तरह की परेशानी महसूस हो तो फौरन डॉक्टर से मशविरा करें
- इस दवा को लेने वालों की हालत पर लगातार नजर (pharmacovigilance) रखी जाए। इसके लिए Pharmacovigilance Program of India की सेल्फ रिपोर्टिंग प्रक्रिया का पालन करें
- अगर कोई व्यक्ति इस दवा के इस्तेमाल के बाद भी सिम्टोमैटिक नजर आता है तो उसे फौरन डॉक्टर की सलाह ले कर गाइडलाइन और स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल के मुताबिक जांच करवानी चाहिए।
- संपर्क में आए लोगों को दवा के इस्तेमाल के बाद भी गाइडलाइन के मुताबिक होम क्वारंटीन में ही रहना चाहिए।
- इस दवा को लेने का मतलब ये नहीं है कि आप मान लें कि आप अब पूरी तरह महफूज हैं। hydroxy-chloroquine किसी अन्य दवा को रिप्लेस करने के लिए नहीं है।