PM मोदी ने दलाई लामा से बात की तो भड़का चीन, भारत ने दिया जवाब
तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा पिछले कई सालों से भारत में हैं, जहां से वो पूरी दुनिया में अपने धर्म और संस्कृति का प्रचार-प्रसार करते आए हैं. लेकिन चीन हमेशा से इस बात का विरोध करता आया है. भारत के दलाई लामा को शरण देने को लेकर चीन कई बार आपत्ति जता चुका है. वहीं अब पीएम मोदी के एक ट्वीट ने ड्रैगन को मिर्ची लगाने का काम कर दिया है.
दरअसल 6 जुलाई को दलाई लामा का जन्मदिन था, इस मौके पर पीएम मोदी ने उन्हें बधाई दी तो चीन तिलमिला उठा. दलाई लामा पर पीएम मोदी के रुख को लेकर चीन ने नसीहत भी दे डाली. चीन की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि, तिब्बत चीन का आंतरिक मामला है. इसमें किसी बाहरी ताकत को दखल नहीं देना चाहिए. भारत को दलाई लामा के चीन विरोधी अलगाववादी स्वभाव को पहचानना चाहिए.
भारत की तरफ से भी चीन की इस आपत्ति का जवाब दिया गया. जिसमें भारत ने कहा कि, हमारे लिए दलाई लामा एक सम्मानित अतिथि के तौर पर हैं, इसे सभी को इसी नजर से देखना चाहिए. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि, दलाई लामा एक धार्मिक नेता हैं, जिनके बड़ी संख्या में अनुयायी हैं. उन्हें धार्मिक और आध्यात्मिक कामों के लिए छूट है.
तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा के जन्मदिन के मौके पर पीएम मोदी ने दलाई लामा को बधाई दी और उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की थी. पीएम ने खुद बताया कि उन्होंने फोन पर दलाई लामा से बात की. लेकिन हर बार की तरह इस बार भी चीन ने पीएम मोदी और दलाई लामा के बीच हुई बातचीत पर आपत्ति जताई है.
When PM Modi spoke to the Dalai Lama, China was furious, India responded